कहलगांव में गंगा खतरे के निशान से 30 सेंटीमीटर ऊपर;

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गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि का दौर जारी है ।  केंद्रीय जल आयोग के अनुसार प्रति घंटा में एक सेंटीमीटर की बढ़त से शनिवार को सुबह 8:00 बजे बजे कहलगांव में गंगा का जलस्तर 31.39 मीटर पर जा पहुंचा था। जो खतरे के निशान से 30 सेंटीमीटर ऊपर जा पहुंचा है । केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा के जलस्तर में बढ़त जारी रहने की संभावना व्यक्त की गई है। शनिवार रात 10:00 बजे तक 31.50 मीटर पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की गई है । कहलगांव में गंगा का वार्निंग लेवल 30.09 मीटर है तो डेंजर लेवल 31.09 है।

गंगा के जलस्तर मैं विधि के साथ ही कहलगांव एवं इसके आसपास के निचले  इलाके में बाढ का पानी तेजी से फैलाना  प्रारंभ हो गया है। निचले इलाकों में इलाको में रहने वाले लोगो को अपने जानमाल की चिंता सताने लगी है। वीरबन्ना पंचायत के  तोफिल अंठावन, भोलसर पंचायत के आमापुर गांव में दर्जनों  लोगों के घरों में बाढ़  का पनी घुस गया है। निचले इलाके में रह रहे घरों में लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पीड़ित लोग अपने परिवार को लेकर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए आशियाना ढूंढ रहे हैं। बीरबन्ना पंचायत के मुखिया पति संजय मंडल और अनिल मंडल  ने बताया कि तोफिल अंठावन गांव के एक दर्जन घरों में पानी प्रवेश कर गया है। वहीं बाढ़ को रोकने के लिए बनाया गया तटबंध रविवार को टूट गया। ऐसे में बीरबन्ना पंचायत के  दर्जनों लोगों के खेतों में लगी मिर्च की फसल में पानी प्रवेश करने लगा है। रविवार को करीब 20 एकड़ मिर्ची लगी खेतों में पानी प्रवेश कर गया। ऐसे में इस क्षेत्र की मुख्य फसल मिर्च की खेती नष्ट होने के वजह से किसानों को बड़ी आर्थिक क्षति होगी। भोल्सर पंचायत के  आमापुर के  शिवप्रकाश मंडल, विकास मंडल, सुनील मंडल, रामचन्द्र मंडल आदि ने बताया कि बाढ़ का पानी तेजी से घरों में घुस रहा है। हमलोग माल-मवेशी के साथ ऊंचे  स्थान में जा रहे हैं। हालांकि अब तक अंचल व अनुमंडल प्रशासन के द्वारा  बाढ़ को लेकर तैयारी कहीं नहीं दिख रही है। एसडीओ मधुकांत ने बताया कि  गंगा के जलस्तर में तेज वृद्धि हो रही है। सोमवार को आपातकालीन बैठक बुलायी गयी है।