भागलपुर, । तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) ने शिक्षा विभाग के को दो नए इंस्टीच्यूट के लिए करीब 12.50 करोड़ का प्रस्ताव दिया है। इसमें सेंटर फॉर सेरीकल्चर टीचिंग एंड रिसर्च (सीएससीटीआर) और फिजियोथेरेपी एंड योगा सेंटर (पीवाईसी) शामिल है। टीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने शनिवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार को प्रस्ताव दिया है। कुमार सीएम नीतीश कुमार के साथ समाधान यात्रा के दौरान भागलपुर पहुंचे थे। कुलपति ने सचिव को विशेष तौर पर इंस्टीच्यूट के फायदे व इसकी डिमांड के बारे में विस्तार से बताया। अपर मुख्य सचिव ने कुलपति से इसकी और विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर मांगी है।
पीवाईसी इंस्टीच्यूट के तहत दो कोर्स होंगे। इसमें पहला बैचलर इन फिजियोथेरेपी और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन योगा कोर्स शामिल हैं। बैचलर इन फिजियोथेरेपी कुल साढ़े चार का कोर्स होगा। इसमें चार साल कक्षा और छह माह का इंटर्नशिप होगा। इसके लिए ऑल इंडिया फिजियोथेरेपी एसोसिएशन से मान्यता ली जाएगी। प्रस्ताव के साथ बताया गया है कि लोगों की दिनचर्या ऐसी हो गई है कि लोगों को कई तरह के शारीरिक दिक्कतों का सामना करना होता है। उन्हें फिजियोथेरेपिस्ट की मदद लेनी होती है। टीएमबीयू के अंतर्गत इस तरह के कोर्स खुलने से ज्यादा से ज्यादा छात्र इसका फायदा ले सकते हैं। कुलपति ने बताया कि पीवाईसी के नए भवन का प्रस्ताव दिया गया है। इसमें कक्ष रूम के अलावा कार्यालय, अत्याधुनिक फिजियोथेरेपी मशीन के साथ प्रयोगशाला और सेंटर के अलावा अन्य सुविधाएं होंगी। इसके लिए प्रस्ताव पर आगे काम होने के बाद जगह चिन्हित किया जाएगा। इस कोर्स के लिए सिलेबस, रेगुलेशन और आर्डिनेंस का भी प्रस्ताव में जिक्र किया गया है। इस तरह के कोर्स मगध विश्वविद्यालय गया में चल रहा है।