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बड़हिया : 18वीं शताब्दी से गुलजार बड़हिया बाजार 21 वीं शताब्दी में अपराधियों के तांडव और प्रशासन की निष्क्रियता के कारण बेनूर होता जा रहा है. व्यापारी पलायन कर रहे हैं. 1985 के बाद अपराधियों द्वारा रंगदारी वसूलने की प्रवृत्ति बढ़ी. रंगदारी नहीं देने पर चर्चित व्यापारियों की गोली मार कर हत्या की जाने लगी. इस वजह से व्यापारी बाजार छोड़ कर जाने लगे हैं. बड़हिया बाजार में वह खुशी नहीं दिखती. व्यवसायियों के चेहरे बेरंग होते जा रहे हैं.
Source: Jamui News