अंगिका फिल्म निर्माता-निदेशक राजीव रंजन दास केरॊ कहना छै कि नवनिर्माणाधीन अंगिका फिल्म,”ऐलै हो मिलन के बेला” जुलाई-2014 तक रिलीज होय जैतै.
अंगिका फिल्म,”ऐलै हो मिलन के बेला” मॆं सात-सात मधुर आरू उत्कृष्ट गाना आरू गीत रहतै जेकरा मॆं अंग संस्कृति के विशिष्टता विशेष रूप सॆं परिलक्षित होतै.
श्री राजीव रंजन दास के अनुसार फिल्म केरॊ ट्रैक आरू रिदम केरॊ रेकार्डिंग 20 फरवरी सॆं मुंबई मॆं आरू गाना आरू दृश्य केरॊ शूटिंग अंग क्षेत्र केरॊ विभिन्न जगहॊ पर 6 मार्च सॆं प्रारंभ करलॊ जैतै.
पूरा होला पर “ऐलै हो मिलन के बेला” कॆ बिहार आरू झारखंड केरॊ 60-70 सिनेमा हॉल (UFO Centre) मॆं एक साथ प्रदर्शित करलॊ जैतै.
‘अंग विश्व सांई छाया’ द्वारा चार-चार अंगिका फिल्म निर्माण के योजना छै. जेकरा मॆं प्रमुख छै – ‘ऐलै हो मिलन के बेला’, ’जहियो नै हमरा सॆं दूर’, ‘रंगॊ मॆं तोरे रंगी गेलॊं हो’. एगॊ अन्य फिल्म केरॊ नाम अभी तय होना शेष छै.
श्री प्रकाश झा के साथ मुख्य सहायक निर्देशक केरॊ रूप मॆं काम करी चुकलॊ श्री राजीव रंजन दास केरॊ सहनिर्देशित हिन्दी फिल्म मॆं प्रकाश झा केरॊ फिल्म- दीदी, बंदिश, मृत्युदंड,गंगाजल शामिल छै. जबकि एगॊ आरू फिल्म, ‘ मुंभाई द गैंगस्टर ‘ मॆं भी सहायक निर्देशक केरॊ रूप मॆं काम करी चुकलॊ छथिन.
ऐकरा सॆं पहिलॆ ‘अंग विश्व सांई छाया’ अन्तर्गत निर्मित अंगिका फिल्म , ‘अंग-पुत्र’ पहलॆ ही सिनेमा घरॊ मॆं प्रदर्शित होय चुकलॊ छै.
अंग विश्व सांई छाया बैनर तलॆ नवनिर्माणाधीन अंगिका फिल्म,’ ऐलै हो मिलन के बेला ‘ केरॊ निर्माण मॆं अंग देश केरॊ स्थानीय कलाकारॊ सीनी कॆ प्राथमिकता देलॊ जैतै. अंगिका फिल्म ‘ ऐलै हो मिलन के बेला ‘जुलाई-2014 तक रिलीज होय जैतै. इ कहना छै फिल्म केरॊ निर्माता-निदेशक राजीव रंजन दास के.
श्री राजीव रंजन दास नॆ कहलकै कि अंग देश क्षेत्र मॆं काफी प्रतिभावान कलाकार सीनी छै, जेकरॊ प्रतिभा के सही उपयाग नै होय रहलॊ छै. ऐन्हॆ प्रतिभा सभ कॆ पहचान करी कॆ ओकरा अंगिका फिल्म उद्योग सॆं जोड़ै के जरूरत छै. सही प्रतिभा के खोज लेली हुनी अंग क्षेत्र के विभ्न्न भागॊ के व्यापक दौरा भी करलकै.
‘ ऐलै हो मिलन के बेला ‘ मॆं स्थानीय कलाकार, गौरव गर्ग, कौशल किशार मिश्रा, आरू नवनीता वर्मा, सानवी झा कॆ क्रमशः मुख्य अभिनेता आरू अभिनेत्री के रोल मिलै के संभावना छै. हालाँकि मुख्य अभिनेत्री के नाम तय करना अभी शेष छै. श्री राजीव रंजन दास के अनुसार मेन हिरोइन के तलाश जल्दिये पूरा होय जैतै. हुनका अनुसार 2 फरवरी कॆ भागलपुर मॆं एगॊ विवाह सामारोह छै, जेकरा मॆं शायद मेन हिरोइन के तलाश पूरा होय जैतै.
‘ ऐलै हो मिलन के बेला ‘ केरॊ सब्भे गीत स्थानीय काली स्थान, मुंदीचक के निवासी आरू वरिष्ठ गीतकार, लक्षमी नारायण मधुलक्षमी लिखनॆ छथिन. लक्षमी नारायण मधुलक्षमी जी, हिन्दी साहित्य केरॊ मुर्धन्य साहित्यकार गीतकार स्व. गोपाल सिंह नेपाली केरॊ स्मृति मॆं हर साल मनैलॊ जाय वाला नेपाली उत्सव सॆं जुड़लॊ रहलॊ छथिन. ”ऐलै हो मिलन के बेला” मॆं सात-सात मधुर आरू उत्कृष्ट गीत रहतै. श्री राजीव रंजन दास केरॊ कहना छै कि चालू द्वीअर्थी फिल्मी गाना सॆं परे इ फिल्म केरॊ गीत सब परिवार मॆं एक साथ बैठी कॆ सूनै वाला होतै.
स्व. गोपाल सिंह नेपाली केरॊ परिवार केरॊ सविता नेपाली कॆ भी ऐकरा मॆं एगॊ गाना गाबै के मौका मिलतै.
‘अंग विश्व सांई छाया’ द्वारा ही चार-चार अंगिका फिल्म निर्माण के योजना छै. ‘ऐलै हो मिलन के बेला’ के अलावा एकरा मॆं प्रमुख छै – ’जहियो नै हमरा सॆं दूर’, ‘रंगॊ मॆं तोरे रंगी गेलॊं हो’आरू एगॊ अन्य फिल्म जेकरॊ नाम अभी तय होना शेष छै.
Article References:
1.Angika.com