डॉ. शिवचंद्र झा का जन्म भागलपुर जिले भ्रमरपुर ग्राम में १ मई १९३९ को हुआ था। उन्होंने हिंदी में स्नातकोत्तर करने के बाद पीएचडी और एलएलबी की. पढ़ाई के उपरांत अवर प्रमंडल शिक्षा पदाधिकारी के पद पर काम करते हुए वह सेवानिवृत हुए।
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Professor Radha Krishna Choudhary (15 February 1921 – 15 March 1985) was an Indian historian, thinker, and writer. He contributed to the historical and archaeological studies of Bihar as well as to literature. He published numerous original researches on the history of Bihar and was acclaimed as a researcher. He was a professor at Ganesh Dutt College, Begusarai, Bihar and was a noted educationist. His languages of choice for academic works were Hindi and English.
/*! elementor - v3.7.2 - 21-08-2022 */ .elementor-widget-image{text-align:center}.elementor-widget-image a{display:inline-block}.elementor-widget-image a img[src$=".svg"]{width:48px}.elementor-widget-image img{vertical-align:middle;display:inline-block} Choudhary at Deoghar, Bihar, 1965 Born 15 January 1921 Died 15 March 1985 (aged 64) Occupation Writer, historian, educationist Nationality Indian Period 20th centuryMajor works
Political History…
परशुराम ठाकुर ब्रह्मवादी (Parashuram Thakur Brahamvadi)
परशुराम ठाकुर ब्रह्मवादी भारत के एक खोजी इतिहासकार, पुरातत्वविद एवं अंगिका भाषा के विद्वान हैं।
परशुराम ठाकुर ने अपने चालीस वर्षों के ऐतिहासिक अनुसंधान कार्य के द्वारा विश्व इतिहास को एक नई दिशा प्रदान की है। भारतीय इतिहास कांग्रेस के सदस्य रह चुके ब्रह्मवादी के अनेकों ग्रंथ प्रकाशित हुए हैं जिनमे सृष्टि का मूल इतिहास, अंगिका भाषा उद्भव और विकास, इतिहास को एक नई दिशा, प्राचीन बिहार की शिक्षा संस्कृति का इतिहास, मूल भाषा विज्ञान , आर्य संस्कृति का उद्भव विकास, विक्रमशिला का इतिहास, आर्यों का मूल क्षेत्र: अंगदेश , मंदार : जहाँ से प्रकट हुई गंगा आदि शामिल है। इन्होंने अपने शोध के द्वारा यह साबित किया है कि सृष्टि का आदि और मूल क्षेत्र अंगदेश ही है, जहाँ से सारी सभ्यता का उद्भव और विकास हुआ। इनके मान्यतानुसार आर्यों का मूल क्षेत्र अंगदेश ही था और यहीं से वो बाहर गये। भारतीय इतिहास कांग्रेस के ६१वें सेमिनार में इन्होनें भारत के प्रसिद्ध इतिहासकार प्रो० रामशरण शर्मा की मान्यताओं पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए सारे प्रमाण के साथ यह साबित किया कि आर्य अंगद…