ऋषिकुंड एक खूबसूरत गर्म धारे का स्प्रिंग है है जो खड़गपुर पहाड़ी के दो किनारे के बीच एक घाटी के ऊपर सीताकुंड के लगभग छह मील दक्षिण में स्थित है। यह जगह एक पवित्र स्थान में परिवर्तित कर दी गई है। पर्यटक और साथ ही स्थानीय लोग इस स्थान पर अक्सर आते रहते हैं और छुट्टियों और उत्सव के अवसरों के दौरान संख्याएं अधिक हो जाती हैं।
धार्मिक मान्यता में मशहूर होने के कारण यहां पर लोग मन्नतें भी मांगते हैं और उनकी मन्नतें पूर्ण होने पर पूजा-पाठ करने आते हैं. आसपास गांव के लोग अपने घरों में आये अतिथियों को भी ऋषि कुंड स्थल घुमाने ले जाते हैं. प्रत्येक 3 वर्ष पर लगने वाले मलमास मेला का आयोजन होता है.
ठंड बढती है तो काफी संख्या में लोग ऋषिकुंड के गर्म जल का आनंद लेने पहुंच जाते हैं. ऋषि कुंड में आकर औषधीय गुणों से भरपूर गर्म जल में अपना भोजन बनाकर भोजन को ग्रहण करते हैं, क्योंकि यहां के जल में बनाये गये भोजन बहुत ही स्वादिष्ट होते हैं. साथ ही यहां के पानी में स्नान करने से कई बीमारी भी दूर हो जाते हैं. यहां का गर्म जल पीने से लोगों की पाचन शक्ति भी बढ़ जाती ह…