बांका: कुपोषित बच्चों को चिह्न्ति करने का कार्य बाल विकास परियोजना को सौंपा गया है. इस कार्य को पूरा करने में एनआरसी की भूमिका भी अहम होती है. लेकिन इन सबों की उदासीनता का शिकार जिले के निवासी हो रहे हैं. जिसका नतीजा है कि कुपोषित के शिकार बच्चे की मृत्यु हो रही है, और विभाग व एनआरसी खानापूर्ति करने में लगे हुए हैं. सूत्रों की मानें तो केंद्र पर काफी अनियमितता व्याप्त है. जिले के कुल 11 प्रखंडों से कुल 15 बच्चे ही केंद्र पर मौजूद हैं जिसमें बांका प्रखंड के बच्चे अधिकतर हैं.
Source: Banka News
