क्षेत्रीय किसान मेले का दूसरा दिन:रोजाना 25 लीटर दूध देने वाली फ्रिजियन गाय और मुर्रा नस्ल की भैंस रहीं आकर्षण का केंद्र;

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बीएयू में लगे तीन दिवसीय क्षेत्रीय किसान मेले के दूसरे दिन शुक्रवार काे पशुओं की प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण रही। खासकर गाय, भैंस और कुत्ताें की विभिन्न नस्लाें ने मेले में आए लाेगाें, किसानाें काे आकर्षित किया। गायाें की नस्ल में फ्रिजियन ने ध्यान खींचा। फ्रिजियन संकर नस्ल की गाय 25 लीटर तक दूध देती है। साहिवाल भी पशु प्रेमियाें के बीच चर्चा में रही।

भैंस में मुर्रा और मुर्रा संकर नस्ल भी आकर्षण का केन्द्र रही। घोड़ों ने भी मेले में दौड़ लगाकर लोगों पर असर डाला। कुत्तों की नस्ल में जर्मन शेफर्ड ने सबका ध्यान खींचा। इसके साथ राट विलर, इंग्लिश मैस्टी, पर्मेलियन, फ्रेंच बुलडॉग भी इसमें शामिल थे। जर्मन शेफर्ड नस्ल का रेयर ब्रिड मेल और फिमेल का जोड़ा भी लोगों काे खूब भाया।

बकरियों में सिरोही, ब्लैक बंगाल, जमुना पारी, बीटल और तोतापारी भी पसंद की गई। खरगाेश के साथ बड़े आकार का देसी मुर्गा, कड़कनाथ को उसके काले अंडे के साथ देखने के लिए भीड़ रही। कबूतर, तोता, तीतर और बटेर भी देखने को मिले। बताया गया कि कुल 153 पशु-पक्षियों को प्रदर्शित किया गया जिसमें दुधारू नस्ल के 28 बड़े जानवर, 57 बकरियां, कुत्ता, बिल्ली, और खरगोश श्रेणी के 35 छोटे जानवर और 33 पक्षी प्रदर्शित किए गए। पीआरओ डाॅ. राजेश कुमार ने बताया कि मेले के अंतिम दिन शनिवार काे ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार भी शिरकत करेंगे।

बबलू व अनिक वर्मा काे पहला, चन्द्रशेखर को मिला दूसरा स्थान

मेले में गाय के लिए प्रथम पुरस्कार बबलू वर्मा और अनिक वर्मा को तथा चन्द्रशेखर प्रसाद को द्वितीय पुरस्कार दिया गया। भैंस के लिए अजय यादव को प्रथम और नवीन कुमार को दूसरा पुरस्कार मिला। बकरी देसी नस्ल के लिए प्रथम पुरस्कार मृत्युंजय कुमार को और खगड़िया जिले के रंजय पासवान को दूसरा पुरस्कार दिया गया। इससे पहले पशु प्रदर्शनी का का उद्घाटन मुख्य महाप्रबंधक सुनील कुमार और बीएयू के वीसी डॉ. डीआर सिंह ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. आरके सोहाने, पशु वैज्ञानिक डॉ. राजेश व डॉ. अमित कुमार उपस्थित थे।

‘युवाओं को कृषि में बेहतर भविष्य की ओर झांकना चाहिए’

किसान गोष्ठी में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सुनील कुमार ने कहा कि नाबार्ड और बीएयू दोनों का लक्ष्य एक ही है। वीसी डॉ. डीआर सिंह ने कहा कि युवाओं को कृषि में बेहतर भविष्य की ओर झांकना चाहिए। गोष्ठी के उद्घाटन सत्र में पूर्व विधायक लक्ष्मीकांत मंडल, विभिन्न बैंकाें के अधिकारी, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता किसान वीणा देवी आदि उपस्थित रहे। अतिथियों का स्वागत डाॅ. साेहाने और धन्यवाद ज्ञापन निदेशक अनुसंधान डॉ. पीके सिंह ने किया।

खेती-किसानी के स्टाॅल में बीज की दी जानकारी

बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में किसान मेला सह फसल प्रदर्शनी में स्वर्णा सीड्स स्टाॅल का उद्घाटन भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष श्वेता सिंह ने किया। इस दाैरान काेलकाता से पहुंचे एक्सपर्ट ने श्वेता को जानकारी दी कि कंपनी का कई राज्यों में प्रमुखता से बीज भेजकर खेती करायी जा रही है।