लोक आस्था का महापर्व छठ अब चार दिन ही शेष रह गए हैं, लेकिन घाटों की स्थिति बदतर है। जिससे इस बार छठव्रती को पूजा अर्चना करने में काफी परेशानी होगी। नगर प्रशासन द्वारा अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गयी है। नगर प्रशासन के दिलचस्पी नहीं लेने के कारण छठ घाटों की सफाई युवाओं ने शुरू की है। अमिया घाट, दियारा घाट, धोबी घाट व खेरैहिया घाट सहित अन्य घाटों पर इस बार व्रतियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। छठ घाटों पर फैली गंदगी के साथ-साथ दलदली मिट्टी से भी दिक्कत होगी। सबसे खराब स्थिति अमिया घाट की है। गंगा में पानी रहने के कारण डलिया रखने की जगह नहीं है। नगर पंचायत प्रशासन सिर्फ खानापूर्ति के लिए बैरिकेडिंग, चेंजिंग रूम व लाइटिंग की व्यवस्था करने की बात कह रहा है।
अकबरनगर घाट का कार्यपालक ने किया निरीक्षण
बुधवार को छठ पूजा को लेकर नगर पंचायत के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी अभिनव कुमार ने अमिया घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान घाटों की स्थिति को देखा। उन्होंने कहा कि अकबरनगर के छह छठ घाटों को चिह्नित कर बेहतर बनाया जाएगा। खतरनाक घाटों को ध्यान में रखते हुए बैरिकेडिंग करायी जाएगी। साथ ही छठव्रतियों के लिए घाटों पर चेंजिंग रूम का निर्माण कराया जाएगा। लाइटिंग की व्यवस्था सहित साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त की जायेगी। कार्यपालक ने मौके पर सफाई एजेंसी को चिह्नित घाटों पर पूरी व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया। मौके पर एसआई मनोज कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता प्रीतम यादव, जितेंद्र यादव, सतीश झा, सुमित कुमार, राजेन्द्र प्रसाद, किमी आनंद आदि मौजूद थे।