कोरोना के कारण दो साल बाद शुरू हो रहे श्रावणी मेला में देश-विदेश से आने वाले कांवरियों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। सीढ़ी घाट और अजगैवीनाथ पुल चकाचौंध रोशनी में नहाता हुआ दिखाई देगा। अजगैवीनाथ पुल को कलरफुल शेड में तब्दील कर दिया गया है। इस वर्ष आने वाले कांवरियों के लिए यह पुल आराम का साधन भी बनेगा। पुल बनने के बाद श्रावणी मेला में आने वाले कांवरिये पुल पर प्लास्टिक बिछाकर खुले आसमान के नीचे आराम करते थे, लेकिन इस बार शेड बन जाने के बाद धूप और बारिश की चिंता कांवरियों को नहीं सताएगी।
जानकार बताते हैं कि दो वर्षों के बाद लगने वाले श्रावणी मेला में कांवरियों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है। इस वर्ष आने वाले कांवरियों को यहां बदले स्वरूप में ये पुल देखने को मिलेंगे। लगभग 38 लाख की लागत से इसका सौंदर्यीकरण का कार्य 25 अप्रैल से प्रारंभ किया गया था, जो लगभग पुरा हो चुका है। संवेदक नीरज गुप्ता ने बताया कि इस पुल के सौंदर्यीकरण में पेंट, बिजली, वायरिंग, कलरफुल शेड लगाए जाने का प्रावधान था। यह कार्य लगभग पूरा कर लिया गया हैं। लाइटिंग का कार्य भी अंतिम चरण में है। कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद अभिनव कुमार ने बताया कि संवेदक को 12 तक का समय दिया गया है, लेकिन कार्य की प्रगति को देखते हुए लगता है कि 12 जुलाई के पूर्व ही संवेदक इसे तैयार कर विभाग को समर्पित कर देंगे। शुक्रवार को पर्यटन विभाग के एमडी कमल तनुज ने भी इस पुल को देख कार्यों को सराहा। मालूम हो कि यहां पहुंच रहे कांवरिये इस पुल पर बैठकर अपनी थकान मिटाते हैं।