स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर मायागंज स्थित जेएलएनएमसीएच के जूनियर डॉक्टर सोमवार को हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल के दौरान ओपीडी सेवा पर पूरी तरह से असर पड़ सकता है। इससे दूर दराज से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को परेशानी हो सकती है।
गौरतलब है कि 16 अगस्त को को भी अस्पताल परिसर में इंटर्न मेडिकल छात्रों ने उसी मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। जूनियर डॉक्टर का कहना है कि उन्हें प्रत्येक महीने 15 हजार रुपये स्टाइपेंड मिलता है जो काफी कम है। उन्होंने इसे बढ़ाकर कम से कम 35 हजार रुपये करने की मांग की है। इसको लेकर जूनियर डॉक्टर ने अस्पताल अधीक्षक और स्वास्थ्य सचिव को भी अपना मांग पत्र दिया था।
इंटर्न छात्रों का कहना है कि वे अपनी बात स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे और वहां से आश्वासन मिलने पर सिर्फ एक दिन का ही हड़ताल होगा लेकिन वहां से किसी प्रकार का आश्वासन नहीं मिला तो हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकता है। जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि दूसरे राज्यों में स्टाइपेंड की राशि बिहार से ज्यादा है। उनका कहना है कि झारखंड में स्टाइपेंड 24 हजार पांच सौ रुपए है जबकि पश्चिम बंगाल में 28 हजार और असम में 31 हजार रुपये है। उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग ने स्टाइपेंड की राशि की प्रत्येक तीन साल में समीक्षा करने की बात कही थी पर पिछले छह साल से उसको लेकर किसी तरह की न तो समीक्षा की गई है और न ही स्टाइपेंड की राशि में वृद्धि ही हुई।