लाजपत पार्क में गुरुवार को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की भव्य आकृति बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा किया गया। यहां स्थानीय कलाकारों के द्वारा पांच लाख आठ हजार दीपों से श्रीराम की आकृति बनायी गयी थी। इनके चारों ओर 11 हजार दीप जलाये गये। जय श्रीराम, भारत माता की जय की गूंज से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया था। कई महिलाएं दीप लेकर पार्क पहुंची थी और वहां आरती की। भारतीय नववर्ष आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक अर्जित शाश्वत चौबे के नेतृत्व में आयोजन किया गया। चेन्नई से वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनियन दल से पहुंचे शरीफा व अनीफा ने कहा कि लाजपत पार्क पर भव्य श्रीराम की प्रतिमा पांच लाख आठ हजार दीप से बनायी गयी। यह दिव्य आकृति आठ हजार वर्गफीट में बनी थी। इससे पहले विश्व में ऐसी आकृति कहीं नहीं बनी थी। उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे को सौंपी। इस दौरान लोगों ने कलाकारों के लिए जोरदार तालियां बजाकर हौसलाअफजाई की। सभी कलाकारों को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम हर लोगों के कण-कण में बसते हैं। शानदार आयोजन किया गया। यहां के कलाकारों ने भव्य श्रीराम की आकृति बनायी। जिसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। यह वर्ल्ड रिकॉर्ड भागलपुर व बिहार की ख्याति को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम थे। वह 14 वर्ष के वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे और दीपोत्सव मनाया गया था। आज उसी तरह का नजारा भागलपुर में दिखा। हर इंसान को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। वह सभी के लिए हर हमेशा आदर्श रहेंगे।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि भागलपुर का नजारा देख लग रहा है कि भगवान श्रीराम खुद यहां चलकर आये हैं। श्रीराम की कृपा से केदारनाथ से उनका परिवार बचकर आया थे। अब बक्सर में राम दरबार का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हर इंसान को अपने जीवन में पांच पेड़ लगाने चाहिए और उनकी सेवा पुत्र की तरह करनी चाहिए।
समिति के संरक्षक अर्जित शाश्वत चौबे ने दावा किया कि आठ हजार वर्ग फीट में पांच लाख से अधिक दीयों से प्रतिमा बनाकर विश्व रिकॉर्ड बना है। यह गौरव की बात है। यहां के कलाकार व लोगों की मदद से वह यह काम को आगे बढ़कर कर पाये।
कलाकार अनिल को पद्मश्री दिलाने का करूंगा प्रयास
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि भगवान श्रीराम की भव्य आकृति को बनाने वाले बरारी के कलाकार अनिल कुमार को पद्मश्री दिलाने का प्रयास करूंगा। इसके लिए वह राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे। इस रिकॉर्ड बनाने में शामिल कलाकारों को भव्य तरीके से भागलपुर या पटना में जल्द सम्मानित किया जायेगा। तीन दिनों में पांच लाख से अधिक दीपों का उपलब्ध कराने वाले स्थानी कुम्हार मनीष पंडित को विशेष रूप से धन्यवाद दिया। उधर अनिल ने बताया कि चार दिन में 12 कलाकारों ने भगवान श्रीराम का आकर्षक स्वरूप तैयार किया। इसमें 15 रंगों की मदद से 5.08 लाख दीयों से भगवान श्रीराम का स्वरूप तैयार किया गया था। इसमें कलाकार शानू, बृजेंद्र, शिवम, मृत्युंजय, दिलीप, सोनी कुमारी, पूनम, रितिक, दोटी, अमन, जय आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। इससे पहले चेन्नई से आयी वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनियन की टीम ने छह दिन से इसपर नजर रखी हुई थी। स्थल पर गुरुवार को उन्होंने दीयों की गिनती, डिजाइनिंग, कलरिंग, फिनिसिंग को बारीकी से परखा था। कार्यक्रम के संयोजक चंदन ठाकुर ने बताया कि पिछले सात दिनों से भगवान श्रीराम की आकृति पर काम चल रहा था।
जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय, कार्यकारी अध्यक्ष संतोष कुमार, उपमेयर राजेश वर्मा, पूर्व मेयर डॉ. वीणा यादव, पूर्व उपमेयर डॉ. प्रीति शेखर, अभय वर्मन, शरद सलारपुरिया, राजीवकांत मिश्रा, निरंजन साह, अनुज झा, शाडिल्य नंदीकेश, नीतीश भुवानिका, अभिषेक जैन, जौनी संथालिया, मोहित सिंह, जिया गोस्वामी, अनुपमा सिंह, श्वेता सिंह, मनीष दास, इंदू भूषण झा, कुश पांडेय, करण शर्मा, जिला कृषि पदाधिकारी केके झा, ट्रैफिक इंस्पेक्टर प्रकाश कुमार, ट्रैफिक प्रभारी ब्रजेश कुमार आदि मौजूद थे।