मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के लिये छात्राओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। प्रयास हो कि सभी इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों में 35 फीसदी लड़कियां हों। सीएम बुधवार को भवन निर्माण विभाग द्वारा विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के भवनों के उद्घाटन और शिलान्यास कायर्क्रम में बोल रहे थे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हो रहे कार्यक्रम में सीएम ने कहा जब मैं छात्र था तब पटना इंजीनियरिंग कॉलेज का देश में पांचवा स्थान था। तब बिहार में काफी कम इंजीनियरिंग कॉलेज हुआ करते थे। अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में मैंने प्रधानमंत्री से बात कर नए इंजीनियरिंग कॉलेज खुलवाने की पहल की। इसके बाद पटना में एनआईटी और आईआईटी खुला। बाद में मैंने सूबे के हर जिले में एक-एक इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलिटेक्निक कॉलेज का निर्णय लिया। इस योजना पर तेजी से काम भी हो रहा है। जल्द ही सूबे में इंजीनियरिंग और मेडिकल विश्वविद्यालय भी बनकर तैयार हो जाएगा।
भवनों के मेंटेनेंस का भी ख्याल रखें: सीएम ने नए भवनों के निर्माण के साथ-साथ उनके मेंटेनेंस पर भी जोर दिया। कहा कि भवन तो अच्छे बन रहे रहे हैं, लेकिन उनका रखरखाव सही तरीके से नहीं हो रहा है। उन्होंने भवन निर्माण विभाग के मंत्री और अधिकारियों से कहा कि आप भवन निर्माण के लिये जो टेंडर निकालते हैं वह तो सही होता है, लेकिन रखरखाव के लिये टेंडर सही नहीं होता है। बेहतर होगा यह काम आप अपने विभाग से ही कराएं। इसके लिये अगर और इंजीनियर और कर्मचारी की जरुरत हो तो उनकी बहाली करें। सीएम ने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में नियमित शिक्षक ही रखें। जरूरी हो तो नए शिक्षकों की बहाली करें। बाहर से शिक्षक बुलाकर पढ़ाने की प्रवृति बंद करें। कार्यक्रम में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी और विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित सिंह ने भी अपने विचार रखे। मौके पर प्राचार्या डॉ. पुष्पलता, वरीय शिक्षक शशांक शेखर, मणीकांत मंडल, रंजन कुमार मिश्रा सहित अन्य शिक्षक और कर्मचारी मौजद रहे। उधर, समीक्षा भवन में भी सीएम के कार्यक्रम का लाइव टेलिकास्ट किया गया। इसमें सांसद अजय मंडल, डीएम सुब्रत कुमार सेन सहित भवन निर्माण विभाग के कई अभियंता मौजूद रहे।
तीन हॉस्टल का हुआ उदघाटन: सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये 17 भवनों का उद्घाटन और पांच भवनों का शिलान्यास किया। उद्घाटन किये गए आठ भवनों पर 59360.74 लाख की लागत आई है। शिलान्यास किये गए पांच भवनों पर 18367 लाख की लागत आएगी। इसमें भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में नवनिर्मित तीन हॉस्टल का उद्घाटन किया गया। इसमें लड़कों के लिये 300-300 सीटों वाले दो छात्रावास और लड़कियों के लिये 200 सीट वाला एक छात्रावास शामिल है। इसके अलावा पॉलिटेक्निक कॉलेज में 200-200 सीटों वाले लड़कों के तीन छात्रावास और 200 सीट वाले लड़कियों के एक छात्रावास का शिलान्यास किया गया।