कहलगांव एनटीपीसी के एमजीआर कुशापुर रेलवे पुल के निकट रेल ट्रैक पर स्थाई नौकरी और रोजगार की मांग को लेकर एनटीपीसी एंप्लॉयज यूनियन (एटक) के बैनर तले भू विस्थापितों ने मंगलवार सुबह 9:00 बजे से एमजीआर रेल ट्रैक पर धरना प्रदर्शन कर रेल चक्का को जाम कर दिया है। कहलगांव अंचल अधिकारी राम अवतार यादव, कहलगांव थाना और एनटीपीसी थाना की पुलिस के साथ पहुंच कर भू विस्थापितों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। भू विस्थापित का कहना था कि एनटीपीसी के द्वारा जमीन अधिग्रहण के वक्त आश्वस्त किया गया था कि प्रत्येक घर के भू विस्थापितों को एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। अब तक चंद लोगों को नौकरी व रोजगार दिया जा सका। भू विस्थापित होने की वजह से रोजगार छिन गया। रात्रि 9:00 बजे तक रेल ट्रैक पर भू विस्थापित जमे हुए थे। एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा भू-विस्थापित को नौकरी नहीं देंगे तो आन्दोलन जारी रहेगा। अंततः स्थानीय प्रशासन की पहल पर रात्रि 9:00 बजे बुधवार को एनटीपीसी प्रबंधन तथा स्थानीय प्रशासन और भू विस्थापितों के बीच वार्ता कर समाधान करने के आश्वासन पर जाम तोड़ा गया। भू-विस्थापित राजदेव पाल,अमीत कुमार,आशीष कुमार,आदीत्य कुमार सिंह,नूतन कुमारी,चंदा देवी,इंना देवी,पुतूल देवी, प्रियंका देवी सुनीता देवी शांति देवी सरिता देवी शिव रानी कुमारी गीता देवी संगीता देवी नूतन देवी प्रियंका कुमारी सुलेखा देवी इत्यादि सैकड़ों सैकड़ों भू विस्थापितों शामिल थे।
एनटीपीसी प्रबंधन के पीआरओ रवि कुमार ने बताया कि रेल चक्का जाम होने की वजह से एनटीपीसी को 12 लाख का नुकसान हुआ। दो खाली रैक और दो कोयला लदा भरा रैक जाम की वजह से फसा रहा। पूरे देश में बिजली संकट गहरा गई है। ऐसे में कहलगांव के 2340 मेगावाड की बिजली संयंत्र में कोयले की कमी होने से बिहार सहित अन्य जगहों पर बिजली संकट गहरा सकती है।