बीसीए सेमेस्टर एक से पांच तक में सभी प्रमोटेड छात्रों को सेमेस्टर छह में फॉर्म भरने की मांग को लेकर शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विवि में धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान विवि में अनियमितता, भ्रष्टाचार, छात्र विरोधी नीतियों एवं विश्वविद्यालय में करीब एक साल से कुलपति के नहीं रहने के कारण छात्रों के पांच हजार डिग्री हस्ताक्षर के बिना लंबित है, इसको लेकर विरोध किया।
विरोध-प्रदर्शन में विभाग सह संयोजक कुणाल पाण्डेय ने कहा कि विश्वविद्यालय समस्याओं से जकड़ा हुआ है। यहां के अधिकारी पदाधिकारी सीनेट, सिंडिकेट कराकर सिर्फ और सिर्फ अपना जेब भरने में लगे हुए हैं। आज बीसीए की समस्या को लेकर जब विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों के पास हम सभी का जाना हुआ तो विश्वविद्यालय के पदाधिकारी विश्वविद्यालय से लापता थे। विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्याओं को सुनने के लिए कोई अधिकारी पदाधिकारी उपस्थित नहीं है। इस स्थिति में विश्वविद्यालय की स्थिति दयनीय है। विद्यार्थी परिषद बिना छात्रों की समस्या के निदान का किसी प्रकार की बैठक का पूर्ण रूप से विरोध करती है। पहले कुलपति विश्वविद्यालय आएं और सभी लंबित पड़े डिग्रियों पर हस्ताक्षर कर समस्या का समाधान करें, तभी किसी प्रकार की बैठक संभव है।
निखिल प्रकाश और कपीश शर्मा ने कहा कि बीसीए सेमेस्टर एक से पांच तक के सभी प्रमोटेड छात्रों को सेमेस्टर छह का फॉर्म भरने की अनुमति विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दिया जाए, क्योंकि कोरोना काल में किसी भी प्रकार की परीक्षा नहीं होने से सत्र विलंब हो चुका है। विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि सभी प्रकार के प्रमोटेड छात्रों को फॉर्म भरने की अनुमति दी जाए। धरना-प्रदर्शन में आदित्य राज, राजहांस यादव, रिशव, मनीष, अनीश, सूरज, सैफ, गबिश, आकाश, सत्यम, शिवम, अंकित, प्रकाश, पीयूष यादव, सत्यम झा सहित कार्यकर्ता मौजूद थे।