कहलगांव, संवाद सूत्र। जर्जर एनएच 80 पर चल रहे ओवरलोड भारी वाहनों तथा ट्रकों के खराब होने से बुधवार मध्य रात्रि से एनएच पर महाजाम की स्थिति बनी रही। कहलगांव से सबौर तक लगभग करीब 20 घंटे से महाजाम लगा हुआ है। इस कारण एनएच से जुड़ी सभी सड़कों पर भी भीषण जाम लगा रहा।
आलम यह कि बुधवार की मघ्य रात्रि से गुरुवार देर शाम तक एनएच सहित सभी सड़कें भीषण जाम की चपेट में रही। इस दौरान आम नागरिकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को हुई। सैकड़ों बच्चों की स्कूल छूट गई। जो बच्चे स्कूल चले गये थे उनको घर पहुंचने में काफी लम्बा समय लगा। जिसको लेकर बच्चों के अभिभावकों को खासी परेशानी हुई। एनएच के अलावा स्टेट हाईवे की त्रिमुहान-मोहनपुर, घोघा-सन्हौला सड़क भी जाम की चपेट में रहा। त्रिमुहान मोहनपुर सड़क में एकचारी बाजार तक जाम लगा रहा। ट्रेन से उतर कर झारखंड की ओर जाने वाले लोग भी गाड़ियों के लिए काफी परेशान रहे।
जाम लगने का मुख्य कारण जर्जर एनएच के चलते गाड़ियों का खराब होना बताया गया। कहलगांव से लेकर घोघा तक चार गाड़ियों के खराब रहने के कारण बुधवार की मघ्य रात्रि से ही भारी वाहनों का जाम लगना प्रारंभ हो गया था। जो गुरुवार सुवह तक पूरी तरह से जाम हो गया। देर शाम समाचार प्रेषण तक जाम जारी था।
दिन के समय छर्री और एस यानी राख लदी गाड़ी का विक्रमशिला सेतु पार नहीं करने दिया जाता है। एनएच 80 पर छर्री और राख लदी गाड़ियों को दिन के समय सबौर और जीरोमाइल थाना द्वारा इंट्री नहीं दिया जाता है। जिससे गाड़ी आगे नही बढने से पीछे घोघा, एकचारी, कहलगांव, विक्रमशिला, शिवनारायणपुर और पीरपैंती एरिया में एनएच पर भारी वाहन जहां-तहां खड़े हो जाते हैं जो जाम का महत्वपूर्ण कारण है। गाड़ी चालकों की मानें तो गाड़ियों को पासिंग अगर मिलता जाय तो जाम कभी नहीं लगेगा। लेकिन आगे गाड़ियों को रोक दिया जाता है। जिसको लेकर जाम भीषण विकराल हो जाता है।एसडीओ मधुकांत ने बताया कि सर्वाधिक जाम इधर दो दिनों से गाड़ियों के खराब होने से लगा है। गुरुवार की देर रात्रि तक सभी गाड़ियों को पास करा दिया जायेगा।