भागलपुर। किसान मेले में बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के कुलपति ने कहा कि बिहार पहला राज्य है जहां 2019 से जलवायु अनुकूल खेती हो रही है। अब दो फसल की जगह तीन फसल लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दो साल में कतरनी की नई वेरायटी लाया जाएगा जो बौना होगा। अभी इसके ब्रांडिंग पर काम हो रहा है। कहा फसल के अवशेष नहीं जलायें बल्कि उसका प्रबंधन कर खेत को उपजाऊ बनायें। किचन गार्डन पर काम किया जा रहा है। इससे 50 हजार किसानों को जोड़ा जायेगा। रोड मैप में कृषि के पीजी और पीएचडी छात्रों को स्कॉलरशिप देने की योजना लाने जा रहे हैं।
मोटे अनाज के प्रति किया गया जागरूक
बीएयू में किसान मेला इस बार पूर्वी भारत के लिए क्षेत्रीय किसान मेला के रूप में आयोजित किया गया है। मेले के पहले दिन उद्यान प्रदर्शनी, हाइड्रोपोनिक तकनीक, विभिन्न कृषि उत्पादों पर लगे स्टॉल किसानों के आकर्षण के केंद्र रहे। मिलेट्स से बने उत्पादों की प्रदर्शनी व जीविका दीदी द्वारा लगाए गए अचार-मुरब्बा, शहद इत्यादि के स्टॉल मुख्य आकर्षण रहे। इस बार मोटे अनाज भी आकर्षण के केन्द्र रहे। उसे बढ़ावा देने के लिए किसानों को जागरूक किया गया। मशरूम के आईएफएस मॉडल दिखाया गया। सब्जी, फल और फूल के भी प्रदर्शनी लगाई गई। थीं। जिसमें एक सौ से अधिक वेरायटी के फूल, कई तरह के फल लगाए गये थे। वहीं रंगीन केला, अमरूद आदि की प्रदर्शन लगाई गई। दो बड़े कोहड़ा लोगों के आकर्षण के केन्द्र रहे। सांसद ने भी इस कोहड़ा को उठाकर देखा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में झूमे दर्शक
किसान मेले की शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम रही। मैथली, अंगिका, भोजपुरी गीतों पर किसान और स्थानीय दर्शक खूब झूमे। प्रमुख गानों में भैरवी, लेले अइह हो पिया सेंदुरा बंगाल से, झुमका गिरा रे बरेली के बाजार में… पर दर्शकों ने खूब उत्साह दिखाया।
ड्रोन रहा आकर्षण का केन्द्र
मेला में दो-तीन जगह ड्रेान लगाये गये थे जो किसानों के आकर्षण के केन्द्र थे। बताया गया कि सात से नौ लाख रुपये तक में ये ड्रेान हैं। इनकी खाशियत है कि जिस एक एकड़ में दवाईयों के कीटनाशकों के हाथ वाले मशीनों से छिड़काव में चार से पांच घंटे लगेंगे उसी जगह इस ड्रोन से 20 मिनट में छिड़काव किया जा सकता है। यह फसल से लेकर पेड़ पर भी छिड़काव किया जा सकता है। इसमें एक बार राशि लगाने के बाद मशीन बैंक के रूप में इसका उपयोग कर काफी लाभ कमाया जा सकता है और समय की भी बचत हो सकती है।
आज लगेगा पशु मेला
मेले के कल दूसरे दिन भी भारी संख्या में किसानों की भागीदारी होने की उम्मीद है। कल मुख्य आकर्षण पशु प्रदर्शनी रहेगा जिसमें तरह-तरह के नस्लों के पशु देखने को मिलेंगे। गाय, भैंस, बकरी के अलावा डॉग लवर के लिए कई नस्लों के कुत्ते भी मुख्य आकर्षण में रहेंगे।