गंगा के जलस्तर में वृद्धि, एनएच अस्सी से दियारा का संपर्क भंग;

Click to rate this post!
[Total: 0 Average: 0]

गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के साथ घोघा दियारा (कुलकुलिया बहियार)पुरानी आठगांवा और पुरानी पन्नूचक सहित कई गॉवों का एनएच अस्सी से संपर्क भंग हो गया लोग अपने अपने गांवों में एक तरह से कैद हो गए हैं। हालांकि नाव के सहारे लोगों का आवागमन होता है, लेकिन लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है। जिन्हें पठन-पाठन के लिए नदी पार कर एनएच अस्सी तक आना जाना करना पड़ता है।

प्रतिदिन स्कूल आने जाने के लिए उन्हे नाव का सहारा लेना पड़ रहा है यहां तक कि निर्धारित समय पर स्कूल पहुंचने के लिए स्कूली बच्चों को स्वयं ही नाव खेकर आना-जाना करना पड़ रहा है। गुरुवार को स्कूली बच्चों को नाव खेवते देखा गया। बच्चे जान जोखिम मे डालकर स्वयं नाव खे रहे है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बच्चों द्वारा नाव खेना पहली बार नहीं है ऐसा हमेशा होता है।

पशुपालक की भी बढ़ी परेशानी : बढ़ते जलस्तर के साथ हीं पशुपालकों की परेशानी भी बढ़ गई है। चारा की समस्या को लेकर पशुपालक चिंतित होने लगे हैं। स्थानीय पशुपालक महेश मंडल, माखन मंडल, योगेन्द्र मंडल ने बताया कि बाढ़ के दिनों में पशुचारा की भारी किल्लत होती है। फिलहाल हमलोग डूबते मक्के की फसल को काट कर मवेशी को खिला रहे हैं, लेकिन बाढ़ ज्यादा होने पर दिक्कत होने लगती है। हमलोग अब मवेशी को उंचे स्थान की ओर जा रहे हैं। बाढ़ के समय मिर्जाचौकी, साहेबगंज, तीनपहाड़ इत्यादि क्षेत्रों से पशुचारा लाना पड़ता है जिसके लिए हमलोग ट्रेन से आते जाते हैं सुबह निकलते हैं और शाम को आते है सारा दिन पशुचारा लाने में ही बीत जाता है।