घोघा नदी में पिछले कुछ सालों से ईट भट्ठा मालिकों के द्वारा करीब तीन दर्जन बांध बांधे जाने को लेकर घोघा नदी में पानी अवरुद्ध होकर कोदवार, प्रशस्तडीह पंचायत समेत कई गांव के किसानों के सैकड़ों एकड़ फसल पानी से डूब कर नष्ट हो जाता रहा है। किसानों ने प्रतिवर्ष फसल क्षति होता देख हाईकोर्ट की शरण में गए थे। हाई कोर्ट के निर्देश के आलोक में भागलपुर कमिश्नर के यहां गुरुवार को किसानों की ओर से प्रशस्तडीह मुखिया अतुल पांडे, कहलगांव एसडीओ मधुकांत, अंचलाधिकारी कहलगांव तथा सबौर, खनन विभाग के पदाधिकारी और सदर एसडीओ की बैठक हुई। जिसमें पांच जगहों पर बांध बनाए जाने का निर्णय लिया गया। जिसमें पन्नूचक के वीआईपी भट्टा के पास, बीबीसी भट्ठा के पास, एसडीसी एवं हेना भट्ठा के पास अठगामा के समीप पास सरकारी जगहों पर, और अमापुर पीर स्थान के पास बांध बनाए जाने का जगह चिह्नित कर बांध बनाने का निर्देश दिया गया। अंचलाधिकारी कहलगांव ने बताया कि 5 में से 4 सबौर अंचल में है जबकि एक कहलगांव अंचल में है।
बांध निर्माण के लिए टीम का गठन किया गया है
सदर एसडीओ के नेतृत्व में किसान की ओर से अतुल पांडे, अंचलाधिकारी कहलगांव तथा सबौर, खनन विभाग के पदाधिकारी, बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता और ईट व्यवसाई संघ के सदस्य शामिल किए गए हैं।