जल्द अंगिका भाषा संविधान की आठवीं अनुसूची में होगी शामिल;

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भागलपुर, । अंग और राजा कर्ण की धरती पर पहली बार अंगिका युवा ब्वॉयज की ओर से शुक्रवार को अंगिका युवा महोत्सव का आयोजन हुआ। महोत्सव के दौरान वक्ताओं ने अंगिका भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की। इस मौके पर आयोजक डॉ. मनजीत सिंह किनवार ने कहा कि अंगिका भाषा को प्राथमिकी देने और प्राचीन अंगिका के विकास व उत्थान के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लगभग चार से पांच करोड़ लोग अंगिका को मातृभाषा के रूप में प्रयोग करते हैं और इसके प्रयोगकर्ता देश व विदेशों में खूब है। पूर्व मेयर वीणा यादव ने अंगिका बहुत ही खूबसूरत भाषा है। अंगिका महोत्सव हर साल से मनाया जाए। मंच संचालन कर रहे कुमार गौरव ने कहा कि प्राचीन अंग प्रदेश की भाषा का नाम ही अंगिका है। अंगिका आर्य भाषा परिवार की सदस्य है। इसके अलावा अंगिका को अंगी, अंगीकार, चिक्का-चिकी और देशी, दखनाहा, मंगेरिया, देवघरिया, धरमपुरिया इत्यादि उपनामों से जाने जाते हैं। साथ ही मितिलेश आनंद ने यह कहा कि अंगिका साहित्य का अपना समृद्ध इतिहास रहा है और आठवीं शताब्दी के कवि सरह को अंगिका साहित्य में सबसे ऊंचा दर्जा प्राप्त है। हम सभी के सार्थक प्रयास से बहुत जल्दी भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में भी शामिल किया जाएगा।

अंगिका भाषा में कलाकारों ने दिखाई प्रतिभा

महोत्सव के दौरान अंगिका क्षेत्र के कलाकारों के द्वारा वादन, गायन सत्र, नृत्य, काव्य प्रस्तुति, मिमिक्रि, नाटक, फिल्म व फैशन शो का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सूरज जयसवाल, जयश्री, सूरज भारती के सरस्वती वंदना से हुई। स्वागत नृत्य आदित्य आनंदम के द्वारा प्रस्तुत किया गया। बिहपुर के प्रिंस कुमार व वंशीधर ने बांसुरी वादन प्रस्तुत किया। नृत्य सत्र का संचालक संजीत संगम, काव्य सत्र संचालक कुमार गौरव थे। मनोज कुमार सिंह ने देशभक्ति कविता सुनाकर श्रोताओं की तालियां बटोरी। अर्पिता चौधरी ने अंगिका भाषा में विवाह गीत गाकर माहौल खुशनुमा कर दिया।

ये थे उद्घाटनकर्ता

कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व एमएलसी डॉ. एनके यादव, पूर्व मेयर डॉ. वीणा यादव, पूर्व उपमेयर राजेश वर्मा, बाल श्रम आयोग अध्यक्ष चक्रपाणि हिमांशु व उपाध्यक्ष रजीवकांत मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष अंगिका अकादमी बिहार के डॉ लखन लाल आरोही, अंगिका क्लीनिक के डॉ. डीपी सिंह, डॉ अजय कुमार सिंह, विध्यवाचशपती आमोद, भाजुयमो के चंदन ठाकुर, आयोजक मनजीत सिंह किनवार, रोशन सिंह आदि ने संयुक्त रूप से किया।