भागलपुर। जाति गणना से पूर्व जिले में मकानों की गणना होगी। इसके तहत सात से 21 जनवरी तक मकानों की गणना की जाएगी। हर मकान को एक यूनिक नंबर दिया जाएगा। इसके लिए कर्मियों को ट्रेनिंग दी गई है। इस कार्य के लिए 24 चार्ज अधिकारी और 7035 प्रगणकों की तैनाती दी गई है। जाति गणना 31 मई तक पूरी करने का लक्ष्य है।
जाति गणना की तैयारियों को लेकर सोमवार को डीएम सुब्रत कुमार सेन ने समीक्षा की। डीएम प्रधान गणना अधिकारी सह नोडल पदाधिकारी होते हैं। बैठक में संबंधित अफसरों से प्रखंडवार प्रगणकों की संख्या ली गई। साथ ही मुख्यालय की गाइडलाइन के हिसाब से काम करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर प्रधान गणना पदाधिकारी सह जिला सांख्यिकी पदाधिकारी रवि रंजन राकेश ने बताया कि सभी 16 प्रखंड के अलावा आठों निकाय क्रमश: भागलपुर नगर निगम, सुल्तानगंज व नवगछिया नगर परिषद, कहलगांव, पीरपैंती, सबौर, अकबरनगर और हबीबपुर नगर पंचायत से एक-एक चार्ज अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
बैठक में डीएम ने साफ किया कि जाति आधारित गणना के दौरान आर्थिक सर्वेक्षण का भी प्रयास किया जाएगा। जिले के सभी व्यक्तियों की जाति आधारित गणना होनी है। इसमें सभी जाति या संप्रदाय के लोगों को शामिल किया जाएगा। विदेश व दूसरे राज्य से आए लोगों की भी जाति की गणना होगी। जाति आधारित गणना दो चरणों में कराई जाएगी। प्रथम चरण में मकानों का नंबरीकरण किया जाएगा। इसके लिए हर मकान को एक यूनिक नंबर दिया जाएगा। इसके बाद जाति की गणना होगी। प्रगणक के मोबाइल एप व प्रपत्र में भरे आंकड़ों को पर्यवेक्षक द्वारा जांच के बाद समर्पित किया जाएगा। प्रपत्र व मोबाइल एप में जातियों की सही प्रवृष्टि की निगरानी की जिम्मेवारी सहायक चार्ज अधिकारियों की होगी।
गृहस्वामी से कराएंगे दस्तखत
जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने बताया कि प्रगणक सभी आवासीय मकानों के पास जाकर गृहस्वामी से बात करेंगे और प्रपत्र पर दस्तखत कराएंगे। अभी कोई पूछताछ नहीं होगी। प्रगणक सिर्फ मकान का नजरी-नक्शा जुटाएंगे और उसमें रहने वाले लोगों की संक्षिप्त संख्या अंकित करेंगे। जाति गणना कब शुरू होगी, इसकी तारीख तय नहीं हुई है। लेकिन अप्रैल में होने की उम्मीद लग रही है। प्रगणकों में शिक्षक, रोजगार सेवक, विकास मित्र, पीआरएस, आंगनबाड़ी सेविका, किसान सलाहकार, जीविका के सीएम व बीपीएम आदि शामिल हैं।