शहर के लिए सबसे बड़ी राहत वाली खबर है। करीब 18 साल के इंतजार के बाद शहर के लाेगाें की मांग पर अब काम शुरू हाे गया है। जी हां, हम बात कर रहे हैं शहर के दक्षिणी क्षेत्र में भाेलानाथ फ्लाईओवर की। इसका काम शुरू हाे गया है। अभी माैजूदा सड़क की मापी कर डिमार्केशन किया जा रहा है। लेवलिंग भी की जा रही है। वहां सबसे कम पाैने दस और सबसे अधिक 13 मीटर चाैड़ी सड़क है। इसके निर्माण के लिए 14 मीटर चाैड़ी जगह चाहिए। इसके लिए डिमार्केशन चल रहा है, ताकि पता चल सके कि कितनी जमीन अधिग्रहण करनी हाेगी।
पुल निर्माण निगम के इंजीनियर के आंकलन के मुताबिक, करीब 90 डिसमिल जमीन का अर्जन किया जाएगा। निगम भू-अर्जन का प्रस्ताव जिला भू-अर्जन कार्यालय काे भेजने की तैयारी कर रहा है। संभावना जताई जा रही है कि सप्ताहभर के अंदर प्रस्ताव भेज दिया जाएगा। इसके बाद भू-अर्जन की प्रक्रिया शुरू हाेगी। भाेलानाथ फ्लाईओवर के निर्माण के लिए जून, 2024 तक की समय सीमा तय की गई है। यानी, अगले बरसात से पहले काम पूरा हाे जाएगा। इसके बनने से मिरजानहाट, शिवपुरी काॅलाेनी, बासुकीनाथ काॅलाेनी, एलआईसी काॅलाेनी समेत आधा दर्जन से अधिक माेहल्ले समेत शहर की करीब सवा लाख की आबादी काे जाम और जलजमाव की समस्या से राहत मिलेगी।
86 कराेड़ से हाेगा काम, एजेंसी गाेराडीह में लगा रही प्लांट
करीब 86 कराेड़ रुपए की लागत से 1390 मीटर लंबा भाेलानाथ फ्लाईओवर बनेगा। यह टू-लेन हाेगा। यह बाैंसी रेलवे पुल से 7.5 मीटर ऊंचा और 8.5 मीटर चाैड़ा हाेगा। यह भीखनपुर से मिरजानहाट शीतला स्थान तक बनेगा। बाैंसी राेड व जमसी-गाेराडीह राेड समेत अन्य राेड से भी फ्लाईओवर की कनेक्टिविटी रहेगी। इस पर लाइट की भी व्यवस्था रहेगी। काम का जिम्मा निर्माण एजेंसी श्रीराम इंटरप्राइजेज काे दिया गया है। निर्माण एजेंसी ने गोराडीह रोड में ज्ञान निकेतन स्कूल के पास की जमीन पर प्लांट बनाना शुरू कर दिया है। डिमार्केशन के साथ ही निर्माण शुरू हाे जाएगा। वहां अतिक्रमण हटाने के लिए पहले ही नाेटिस भेजा जा चुका है।
फ्लाईओवर निर्माण का काम शुरू
फ्लाईओवर के निर्माण की दिशा में काम शुरू हाे गया है। अभी डिमार्केशन व लेवलिंग का काम चल रहा है। निर्माण एजेंसी प्लांट भी लगा रही है। 86 कराेड़ की लागत से इसका निर्माण हाेगा। -श्रीकांत शर्मा, सीनियर प्राेजेक्ट सीनियर, पुल निर्माण निगम
सीएम के भागलपुर दाैरे के समय राजकाेष से बनाने पर सहमति मिली थी
भाेलानाथ फ्लाईओवर की मांग शहर के लाेग वर्ष 2005 से ही कर रहे हैं। इस दाैरान केवल आश्वासन मिला। फिर रेलवे में नक्शा फंसा रहा। जब नक्शा पास हुआ ताे रेलवे से राशि मिलने का इंतजार किया जाने लगा। लेकिन इस दिशा में काेई ठाेस पहल नहीं की गई। पिछले साल फरवरी में जब समाज सुधार यात्रा के दाैरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भागलपुर दाैरे पर आए थे ताे डीएम ने इसके बारे में उच्चाधिकारी काे जानकारी दी। इसके बाद राजकाेष से इसके निर्माण पर सहमति बनी। फिर निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू की गई। अब जाकर निर्माण का रास्ता साफ हुआ है।
इधर, पहुंच पथ के लिए लाेगाें ने सड़क काे किया जाम
भाेलानाथ फ्लाईओवर के निर्माण के साथ इशाकचक व डिक्शन माेड़ राेड की ओर पहुंच पथ की मांग के लिए लाेगाें ने साेमवार काे प्रदर्शन किया। निर्माण स्थल के पास लाेगाें ने टायर जलाकर सड़क जाम कर दिया। धरना पर बैठ गए। जब काफी समय अफसर वहां नहीं पहुंचे ताे उनलाेगाें ने यातायात बाधित कर दिया। वहां सीओ व थाना प्रभारी पहुंचे ताे लाेगाें ने उनसे डीएम को बुलाने की मांग की। इसके बाद सीओ ने एसडीओ से उनलाेगाें की बात कराई।
इस दाैरान दंगा नियंत्रण वाहन के साथ चार दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी पहुंच गए। इसके बाद पुल निर्माण निगम के इंजीनियर ने कहा कि समस्या के समाधान होने तक काम नहीं हाेगा। सीओ ने कहा कि डीएम खुद इस क्षेत्र का दौरा करेंगे और स्थानीय लोगों से लाेग करेंगे। इसके बाद मंजीत सिंह कुशवाहा, प्रमोद सिंह, कल्पना देवी, प्रतिभा कुमारी, विजय यादव, अजय भारती, सिकंदर समेत कई लाेगाें के समझाने के बाद मामला शांत हुआ। लेकिन आंदाेलनकारियाें ने चेतावनी दी कि अगर समस्या के समाधान हाेने से पहले निर्माण शुरू हुआ ताे चक्का जाम करेंगे।