भागलपुरी कतरनी धान उन्नयन कार्यक्रम अंतर्गत जगदीशपुर प्रखंड मुख्यालय में शुक्रवार को एक दिवसीय किसान गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें डीएओ और आत्मा के पीडी अनिल कुमार यादव, उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह के अलावा बीएयू सबौर के वैज्ञानिक एग्रोनॉमी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शंभू प्रसाद और एंटोमोलॉजी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. तमोगण साहा ने कतरनी पौधे के सूखने की समस्या और फसल के पीलापन के उपचार की जानकारी दी।
डीएओ ने कहा कि डीएम के निर्देशानुसार भौगोलिक सूचकांक (जीआई) प्राप्त भागलपुरी कतरनी चावल व चूड़ा को इस वर्ष एफपीओ या एफपीसी के माध्यम से देश के विभिन्न महानगरों और दूसरे देशों में बिक्री (एक्सपोर्ट) के लिए आत्मा ने तैयारी शुरू की है। इसी क्रम में जगदीशपुर के कतरनी उत्पादक किसानों को कृषि वैज्ञानिकों व पदाधिकारियों द्वारा गुणवत्तापूर्ण उत्पादन और रोग व्याधि नियंत्रण की जानकारी दी गई। इस वर्ष आत्मा भागलपुर द्वारा एपीडा के सहयोग से कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) के माध्यम से चावल व चूड़ा की बिक्री की जा रही है। डीएम के निर्देशानुसार आत्मा भागलपुर द्वारा जिला स्तर पर जैविक सब्जी, फल, मधु और कतरनी चावल-चूड़ा बिक्री के लिए कृषि भवन परिसर में बिक्री केन्द्र स्थापित कराया गया है। जिसमें उत्पादक संगठन, किसान अपने उत्पाद की बिक्री कर सकते हैं।