काॅलेजाें के शिक्षकाें काे उनके यहां बने कक्षा रूटीन काे फाॅलाे करना हाेगा। इसके हिसाब से कक्षा लेनी हाेगी और काॅलेज में रहते हुए कक्षा नहीं ले रहे हैं ताे इसकी वजह बतानी हाेगी क्याेंकि टीएमबीयू अब इसका हिसाब रखेगा। वह माॅनिटरिंग सेल बना रहा है जाे औचक निरीक्षण कर पता करेगा कि अलग-अलग काॅलेज में कक्षा की जाे रूटीन बना है उसके अनुसार पढ़ाई हाे रही है या नहीं।
यानी अब शिक्षक खाली नहीं बैठ सकेंगे और ड्यूटी से गायब भी नहीं रह सकेंगे। सेल पहले औचक निरीक्षण कर वास्तविक स्थिति का पता लगाएगा। इसके बाद लगातार माॅनिटर करेगा। विवि ने इसके लिए सभी अंगीभूत काॅलेजाें से कक्षा का रूटीन मांगा था। एक काॅलेज काे छाेड़कर बाकी 11 काॅलेजाें ने विवि काे रूटीन उपलब्ध करा दिया है।
सीसीडीसी एसी घाेष ने कहा कि पीबीएस काॅलेज बांका ने रूटीन नहीं भेजा है। उसे रिमाइंडर भी दिया गया। फिर भी वहां से रूटीन नहीं भेजा गया। अब उसे फिर पत्र भेजा जा रहा है। जबकि शेष 11 काॅलेजाें ने रूटीन भेज दिया है। वीसी की अनुमति मिलने के बाद माॅनिटरिंग सेल बनाया जाएगा। इसमें शामिल सदस्य सभी काॅलेज का पहले औचक निरीक्षण करेंगे कि कक्षा रूटीन के अनुसार हाे रही है या नहीं।
इसके बाद सेल नियमित रूप से काॅलेजाें में कक्षाओं पर नजर रखेगा। बताया गया कि काॅलेजाें के साथ यह व्यवस्था पीजी विभागाें के लिए भी की जाएगी। नियमित शिक्षकाें के साथ गेस्ट फैकल्टी की कक्षा की भी माॅनिटरिंग की जाएगी। गेस्ट फैकल्टी काे प्रतिकक्षा के हिसाब से भुगतान हाेता है।
काेराेना काल में कक्षा का बनता था रिकाॅर्ड
काेराेना काल में 2020 और 2021 में भी कक्षाओं का रिकाॅर्ड रखा जाता था। तब कक्षाएं ऑनलाइन हाे रही थीं। इसलिए राजभवन ने विवि से हर हफ्ते ली गई कक्षा और पढ़ाए गए कंटेंट का रिकाॅर्ड मांगता था। बाद में इसमें विजुअल माेड काे भी शामिल किया गया था।
औचक निरीक्षण में गायब मिलते रहे हैं शिक्षक
पिछले कुछ दिनाें से औचक निरीक्षण नहीं हुआ है। अंतिम बार औचक निरीक्षण पूर्व प्रभारी वीसी लीला चंद साहा के समय हुआ था। तब कई पीजी विभागाें में शिक्षक गायब मिले थे। उस समय कई बार औचक निरीक्षण किया गया था जिससे स्थिति सुधरी थी।