स्टेट लाेड डिस्पैच सेंटर यानी एसएलडीसी से शुक्रवार को रात 10 बजे से सबाैर ग्रिड काे 80 की जगह 35 मेगावाट बिजली ही मिली। इस कारण शहर के कई फीडर रोटेशन पर चले। बिजली आवंटन में 45 मेगावाट की कमी से शहरी क्षेत्र के उपकेंद्रों को लोड कम कर आपूर्ति की गयी। सबौर ग्रिड से शहर के अलावा गोराडीह इलाके को बिजली मिलती है। इससे पहले अलीगंज ओल्ड उपकेंद्र में दोपहर 3:30 बजे 33 केवी में शॉर्ट सर्किट से केबल में आग लग गयी। इस कारण दक्षिणी इलाके की बिजली 7 घंटे से अधिक समय ठप रही।
रेलवे, पटल बाबू रोड, कुतुबगंज, हसनगंज, शाहजंगी, अलीगंज, हबीबपुर से लेकर जमुनी, कजरैली तक समेत एक दर्जन से अधिक इलाके की बिजली ठप रही। इफ्तार के समय बिजली नहीं रहने से राेजा रखने वालाें काे दिक्कत हुई। दिनभर पानी की समस्या भी रही। लगभग 5 लाख की आबादी 7 घंटे तक गर्मी झेलते रहे। शाम 5:30 बजे मेंटेनेंस का काम शुरू किया गया। मोजाहिदपुर विद्युत सब डिवीजन के सहायक विद्युत अभियंता जितेंद्र कुमार ने बताया कि गर्मी के कारण के 33 केवी के लाइन में या तो कोई चीज सट गयी होगी या टेक्निकल फॉल्ट आने के कारण आग लगी हाेगी। आग लगने की सूचना मिलते ही सबसे पहले ग्रिड से बिजली को बंद करवाया गया ताकि पीएसएस में ज्यादा क्षति न हो। मोजाहिदपुर, अलीगंज वन व अलीगंज टू पीएसएस काे बंद कर दिया गया। रात 10 बजे से बिजली सेवा सुचारु हाे गयी।