नये फोरलेन पुल को बनने से करीब 20 साल पुराने विक्रमशिला सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा और इस पुल की आयु भी बढ़ जायेगी. लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी.विक्रमशिला सेतु के समानांतर नये फोरलेन पुल का निर्माण इस साल दिसंबर से शुरू होगा. इस पुल का निर्माण कार्य को 1460 दिनों यानी चार साल में पूरा होने की समयसीमा तय की गयी है. पुल को बनाने के लिए फिर से नया टेंडर जारी किया गया है. इसका बिड 12 अप्रैल को खुलेगा. इस पुल की अनुमानित लागत 958 करोड़ 38 लाख रुपये है.
नये फोरलेन पुल को बनने से करीब 20 साल पुराने विक्रमशिला सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा और इस पुल की आयु भी बढ़ जायेगी. लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी. इससे खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, अररिया, भागलपुर व बांका सहित झारखंड और बंगाल के रास्ते आने-जाने वाली गाड़ियों को आवागमन में सुविधा होगी.
इस पुल का टेंडर पहले भी हुआ था और इसका ठेका एलएंडटी कंपनी को मिला था और फरवरी में टेंडर अवार्ड किया गया था. पुल की डिजाइन सहित अन्य तकनीकी समस्या के कारण इसमें संशोधन करना पड़ा है. इसलिए इसका दोबारा टेंडर करना पड़ा है. अब निर्माण एजेंसी का चयन होने के बाद पुल को बनाने का काम शुरू होगा.
करीब 4.455 किलोमीटर लंबे इस पुल का निर्माण बरारी श्मशान घाट की ओर विक्रमशिला सेतु से 50 मीटर दूर होगा. इस पुल के दोनों ओर फुटपाथ होगा. पुल के नीचे पानी की जहाज निकल पाये इसके लिए इनलैंड वाटर वेज अॉथोरिटी ऑफ इंडिया की आवश्यकता के अनुरूप पर्याप्त चौड़ाई में जगह छोड़ी जायेगी.
आमस-दरभंगा के तीसरे चरण के निर्माण की केंद्र से मंजूरी
केंद्र सरकार ने आमस-दरभंगा के तीसरे चरण के तहत वैशाली और समस्तीपुर में भारतमाला परियोजना के तहत ग्राम कल्याणपुर से ग्राम बलभद्रपुर तक फोरलेन एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड नेशनल हाइवे एनएच-119डी बनाने के लिए 1857.78 करोड़ रुपये बजट के साथ मंजूरी दी है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी.
इसके तहत ग्राम कल्याणपुर से ग्राम बलभद्रपुर तक बनने वाली सड़क करीब 47 किमी लंबी होगी और इसे बनाने के लिए दो साल की समयसीमा तय की गयी है. फिलहाल इस सड़क की टेंडर प्रक्रिया चल रही है और बहुत जल्द एजेंसी का चयन हाेगा. इस सड़क का निर्माण अगले कुछ महीनों में शुरू होगा और 2024 में पूरा होगा.