धीरे-धीरे बाढ़ का पानी गांवों में फैलने लगा है। गंगा के लगातार बढ़ते जलस्तर के साथ लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी हैं। शुक्रवार देर शाम तक घोघा के संतनगर, फुलकिया, दिलदारपुर सहित कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया। यहां किसान दोहरी परेशानियों का शिकार हो रहे हैं। एक ओर किसानों की फसले बाढ़ के पानी में डूब रही है तो दूसरी ओर घरों में पानी प्रवेश कर रहा है जिससे लोगों की दिनचर्या प्रभावित है। बाढ़ अपने प्रथम चरण मे है। पूरी तरह बाढ़ आने की संभावना को ध्यान मे रखते हुए लोग अभी से तैयारी करने में जुट गए हैं लोग उंचे व सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं।
ग्रामीण मनोरंजन मंडल, दीनानाथ मंडल, ज्ञान देव मंडल इत्यादि सहित कई ग्रामीण कहते है कि आज हमारे ग्रामीण व दियरा इलाकों में प्रत्येक घरों में शौचालय उपलब्ध नहीं है जिसके कारण लोग नित्य क्रिया के लिए खेत व मैदानों का सहारा लेते हैं। लेकिन बाढ़ के समय काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।