नगर आयुक्त और डिप्टी मेयर के बीच तकरार:स्थायी समिति की बैठक रद्द, शिकायती ऐप नहीं हो सका लांच;

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नगर सरकार की स्थायी समिति की दूसरी बैठक से ठीक पहले गुरुवार काे तकरार शुरू हाे गई। बैठक से पहले मेयर डाॅ. बसुंधरा लाल के चैंबर में बैठे समिति के सदस्याें से नगर आयुक्त याेगेश कुमार सागर ने कहा कि आप लाेग कुछ देर के लिए बाहर चले जाएं, मुझे मेयर मैडम से कुछ बात करनी है। इस बात काे डिप्टी मेयर डाॅ. सलाहउद्दीन अहसन बुरा मान गए। वे रूठकर चेंबर में चले गए और मान-मनाैव्वल के बावजूद बैठक में नहीं अाए। इस कारण बैठक रद्द करनी पड़ी। बैठक के दाैरान ही माेबाइल ऐप बीएमसी-81 लांच हाेना था। इस पर शहरवासी सफाई, पानी, अतिक्रमण अादि की शिकायत कर सकते हैं। लेकिन ऐप लांच नहीं हाे सका। अब दाे दिन में बैठक की नई तिथि तय हाेगी।

निगम सभागार में दाेपहर ढाई बजे से बैठक हाेनी थी। इससे पहले मेयर ने अपने आवास पर समिति सदस्याें के साथ मंत्रणा की थी कि काैन-काैन से मुद्दे पर चर्चा हाेगी। इसके बाद सभी मेयर चेंबर में अाए। सामान्य बातचीत के बाद तीन बजे नगर आयुक्त ने सदस्याें से कहा कि सभागार में चलिए, हमलाेग भी आते हैं। सभी समिति सदस्य वहां से निकल गए, जबकि डिप्टी मेयर मेयर चेंबर में ही रह गए। इसके बाद नगर आयुक्त ने उन्हें कहा कि मेयर से वह कुछ अलग से बात करना चाहते हैं। इसी बात पर डिप्टी मेयर आहत हाे गए। हालांकि नगर आयुक्त व मेयर में ज्यादा देर तक बात नहीं हुई और वे दाेनाें भी सभागार पहुंच गए। वहां डिप्टी मेयर नहीं आए ताे नगर आयुक्त व मेयर ने उन्हें फाेन किया, लेकिन वे आने काे तैयार नहीं हुए। मेयर ने उनसे कहा कि आपके बिना न बैठक हाेगी न ऐप लांच हाेगा। कोई बात है ताे यहां बैठकर सुलझाएंगे। लेकिन वे नहीं माने। संजय सिन्हा, निकेश कुमार व प्रीति शेखर भी उनके चेंबर में बुलाने गईं। इस बीच 3:30 में े मेयर भी अपने चैंबर आ गयीं। शाम 4.30 तक नगर आयुक्त सभागार में इंतजार करते रहे। फिर बैठक काे रद्द कर दिया।

निगम में न काम हाे रहा, न सम्मान मिल रहा : डिप्टी मेयर

डिप्टी मेयर का कहना है कि बर्दाश्त की भी सीमा हाेती है। निगम में न काम हाे रहा न ही सम्मान मिल रहा है। जब मेयर से ही बात करनी है ताे मेरी क्या जरूरत है, इसलिए बैठक में नहीं गया। सम्मान के साथ कैसे समझाैता करें। उसे मेयर बाहर जाने के लिए कह सकती थीं, नगर आयुक्त कैसे कह सकते हैं? समिति सदस्य प्रीति शेखर, संजय सिन्हा, संध्या गुप्ता व अन्य सदस्याें ने कहा कि जनप्रतिनिधियाें का सम्मान जरूरी है। इधर, नगर आयुक्त ने कहा कि अपरिहार्य कारणाें से बैठक स्थगित की गयी है। डिप्टी मेयर की ओर से लगाए गए आराेप पर उन्हाेंने कुछ नहीं कहा।

बीएमसी-81 ऐप के माध्यम से समस्याओं का हाेगा निदान

नगर आयुक्त ने समिति सदस्याें काे बताया कि माेबाइल एप बीएमसी-81 काे प्ले स्टाेर से डाउनलाेड करना है। इसपर शहर की सफाई, पानी या अतिक्रमण समेत अन्य मुद्दाें पर आम लाेग शिकायत कर सकते हैं। उसमें फाेटाे व वीडियाे भी अपलाेड कर सकते हैं। इसके बाद संबंधित शाखा प्रभारी काे नाेटिफिकेशन जाएगा अाैर उसका टाइमलाइन शुरू हाे जाएगा। समय पर मामले का समाधान नहीं हाेने पर जिम्मेदाराें पर पर कार्रवाई हाेगी। इसकी माॅनिटरिंग वह खुद करेंगे। उन्हाें निगमकर्मियाें व पार्षदाें के माेबाइल नंबर वाली एक डायरी भी सदस्याें काे दी।

इन पर हाेना था निर्णय

सफाई व्यवस्था काे एजेंसी काे साैंपना

दीपनगर के पास निगम की जमीन काे अतिक्रमण मुक्त करना

छाेटे विमान चलाने के लिए सरकार से पत्राचार

निगम में इंजीनियर की बहाली पर विचार

हर वार्ड में एक-एक नया प्याऊ व 20 जनता नल पर विचार

लंबे समय से पदस्थापित कर्मचारियाें के तबादले पर विमर्श

साहेबगंज व चंपानगर घाट पर विद्युत शवदाह गृह पर विचार

काेतवाली चाैक के पास से अतिक्रमण हटाने पर विचार

हर वार्ड में स्कूली वाहनाें के लिए बस पड़ाव पर विमर्श

अधिकारी सार्वजनिक रूप से ही करें बात

डिप्टी मेयर की कुछ नाराजगी है। हमलाेग बातचीत से हल निकालेंगे। अगर किसी अधिकारी काे कुछ बात करनी है ताे सार्वजनिक रूप से करें। केवल मुझसे बात करने से कुछ नहीं हाे सकता। -डाॅ. बसुंधरा लाल, मेयर