वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट पर चर्चा के लिए सोमवार को नगर निगम के सामान्य बोर्ड की बैठक होगी। बैठक की तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी पार्षदों के घर पर एजेंडा की कॉपी भेज दी गई है। इधर नगर निगम के सभागार की व्यवस्था ठीक की गई है। इसके लिए रविवार को भी कुछ कर्मचारी निगम कार्यालय पहुंचे थे। इस कार्यकाल में सामान्य बोर्ड की यह अंतिम बैठक होगी। क्योंकि 9 जून को नगर निगम के मौजूदा बोर्ड का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
बजट के दो दिन पहले डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने नगर आयुक्त के चेंबर में जाकर मुलाकात की थी। वहीं निगम प्रशासन की ओर से अलग-अलग कुछ पार्षदों से भी बात की गई और इस आवश्यक बैठक में बजट को पारित करने पर सहमति बनी है। लिहाजा बजट पारित होने में किसी तरह की अड़चन नहीं लग रही है। कुछ पार्षद अन्य मुद्दों को भी उठाएंगे। पिछले साल सामने आए नगर निगम के कुछ घोटालों पर सदन में हंगामा हो सकता है। हालांकि निगम प्रशासन ने इन घोटालों को लेकर कुछ कर्मियों को निलंबित कर दिया है। लेकिन पार्षदों की मांग है कि इस मामले में हर पहलू की जांच हो। जहां किसी तरह की अनियमितता हुई है उसकी भी जांच हो। साथ ही यह स्पष्ट हो कि इन कर्मचारियों ने किनके इशारे पर यह अनियमितता की है। जिनका नाम सामने आए उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई हो। बैठक में आउटसोर्स का मुद्दा भी उठ सकता है। क्योंकि डिप्टी मेयर सहित कई पार्षद चाहते हैं कि जिस एजेंसी का चयन आउटसोर्स के लिए किया गया है उसे वर्क आर्डर नहीं दिया जाए। इसपर इन सबका अपना तर्क है। बहरहाल देखना है कि इस मामले में नगर निगम प्रशासन क्या कदम उठाता है।