पाइपलाइन के काम के कारण पिछले कई दिनों से बरारी रोड बदहाल है। माउंट कार्मेल स्कूल के आगे बढ़ने पर हाउसिंग बोर्ड कालोनी से लेकर लगभग 500 मीटर तक पक्की सड़क ऐसी हो गई है कि इसपर पैदल चलना भी दुभर हो गया है। यह सड़क शहर की तमाम सड़कों से सबसे अच्छी सड़क मानी जाती थी। सड़क पर एक भी गड्ढे नहीं थे। लेकिन पाइप बिछाने के कारण सड़क काट दी गयी है। अब भी पाइपलाइन का काम चल ही रहा है। जेसीबी से काम कराया जा रहा है। सड़क की इस बदहाली के कारण बारिश होने के बाद कीचड़ तो धूप होने के बाद धूल ही धूल होती है।
इस सड़क पर नए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक इंजीनियरिंग कालेज परिसर में बन रहे इंटकवेल से पानी लाने के लिए मेन पाइपलाइन बिछायी जा रही है। इस पाइप की मोटाई अधिक है और इसके कारण सड़क अधिक चौड़ाई में काटी जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले दो महीने से इस सड़क पर काम चल रहा है। काम धीमा होने के कारण लोगों की समस्या बनी हुई है। काटी गई सड़क की मरम्मत भी नहीं की जा रही है। बारिश होने के बाद पक्की सड़क पर न सिर्फ कीचड़ हो जाता है बल्कि बाइक से आने जाने के दौरान लोग स्लीप भी कर रहे हैं। इधर से दो-तीन प्रमुख स्कूलों के बच्चों का आना जाना है। इसके अलावा आईटीआई और पॉलिटेक्निक कालेज भी इसी रोड पर है। साथ ही साथ इन दिनों श्रावणी मेला चल रहा है और बरारी सीढ़ी घाट एवं पुल घाट से कांवरिया भी जल भरकर इसी रास्ते से जाते हैं। बरारी और हाउसिंग बोर्ड कालोनी में रहने वाले लोगों के आने जाने का प्रमुख रास्ता है। बरारी हाई स्कूल के पास से हाउसिंग बोर्ड कालोनी जाने वाली सड़क की भी यही स्थिति है। इधर पाइप बिछाने का काम पूरा हो गया है लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं करायी गई है। इसके कारण हाउसिंग बोर्ड कालोनी के वासिंदों को काफी परेशानी हो रही है। खोदी गई मिट्टी के धूल से स्कूली बच्चों को ड्रेस खराब हो रहा है। बच्चे धूल के कारण बीमार हो रहे हैं। लेकिन कोई देखने वाला नहीं है। दो बार स्वयं जिलाधिकारी ने इस सड़क का निरीक्षण किया था और बुडको के इंजीनियर सहित काम करने वाली एजेंसी को हिदायत दी थी। लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
इंजीनियर बोले
अब आगे सड़क नहीं काटी जाएगी
बुडको के इंजीनियर ज्योति यादव बताते हैं कि इंजीनियरिंग कालेज में निर्माणाधीन इंटकवेल से बरारी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पानी लाना है। इसके लिए यह पाइप बिछायी जा रही है। उन्होंने बताया कि अब सड़क आगे नहीं काटी जाएगी। क्योंकि अभी जहां तक काम हुआ है वहीं से रिफ्यूजी कालोनी होते हुए पाइपलाइन को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पाइप बिछाने के बाद सड़क को मोटरेबल बनाने के लिए एजेंसी को कहा गया है। सड़क की मरम्मत आरसीडी को करनी है। इसके लिए आरसीडी को राशि का भुगतान कर दिया गया है।