शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का काम युद्धस्तर पर जारी है। मंगलवार को भी स्मार्ट मीटर लगाने वाली टीम बड़ी खंजरपुर स्थित जामा मस्जिद के पास पहुंची तो स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना था कि पहले स्मार्ट मीटर लगाने का काम वार्ड एक से शुरू होना था। लेकिन बिजली कंपनी ने मनमानी कर तिलकामांझी से शुरू कर दिया।
वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि पहले मोजाहिदपुर, हुसैनाबाद, ततारपुर, बरहपुरा, भीखनपुर, नाथनगर इलाकों में स्मार्ट मीटर लगाएं। तब यहां मीटर लगाने देंगे। वार्ड 24 के पार्षद प्रतिनिधि मोहम्मद जहांगीर ने कहा कि मोहल्ले में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए मजिस्ट्रेट वाल्मीकि प्रसाद सिंह से दो दिन की मोहलत मांगी गई है, ताकि स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर विचार-विमर्श किया जा सके। मजिस्ट्रेट बाल्मीकि सिंह ने बताया कि पार्षद प्रतिनिधि से बात हुई है।
स्मार्ट मीटर की जानकारी दे रहे जेई से उलझे
जेई आदित्य तरंग स्मार्ट मीटर लगाने वाली टीम के साथ बड़ी खंजरपुर बड़गाछ चौक के पास पार्षद प्रतिनिधि व अन्य लोगों को स्मार्ट मीटर से संबंधित जानकारी दे रहे थे। तभी मोहल्ले के कुछ और लोग वहां पहुंचे। जेई ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने का प्रावधान है। जिन लोगों द्वारा इसका विरोध किया जाएगा उनकी बिजली काटने का भी नियम है। यह सुन लोगों ने कहा कि इनका वीडियो बनाओ देखते हैं कैसे बिजली काटी जाती है। बाद में सख्ती के बाद वे भाग गए।
स्मार्ट मीटर नहीं लगवाने वालों की काटी जाएगी बिजली
नियमानुसार स्मार्ट मीटर लगाना अनिवार्य है। सहायक अभियंता प्रणव मिश्रा ने बताया कि बिहार राज्य विद्युत आपूर्ति संहिता-2007 के तहत बिजली कंपनी उपभोक्ताओं के मीटर बदलने के लिए स्वतंत्र है। कोई उपभोक्ता बिजली के काम में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश करता है तो उस पर प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा सकती है। केंद्रीय विद्युत मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। स्मार्ट मीटर लगाने के लिए मकान मालिक की सहमति की जरूरत नहीं है। उपभोक्ताओं को इसके लिए बिजली कंपनी को नोटिस देने का अधिकार भी नहीं है। इसलिए सभी लोग स्मार्ट मीटर लगवा लें।