टीएमबीयू में स्नातक के नए सत्र 2023-26 में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) लागू हाेगा। शनिवार काे प्राेवीसी प्राे. रमेश कुमार की अध्यक्षता में हुई इसकी कमेटी की बैठक में इस पर मुहर लगी। अब छात्र एकसाथ अलग-अलग संकाय के पेपर की पढ़ाई कर सकेंगे। पहले किसी एक संकाय के छात्र उसी संकाय के अन्य पेपर की पढ़ाई करते थे। हर संकाय के विषयाें का ग्रुप हाेता था। सीबीसीएस में भी विषयाें का ग्रुप हाेगा, लेकिन इसमें एक से ज्यादा संकायाें के विषय या पेपर शामिल रहेंगे।
परीक्षा 6-6 माह के सेमेस्टर सिस्टम से हाेगी जिसमें प्रत्येक वर्ष दाे और कुल तीन वर्षाें में छह परीक्षाएं हाेंगी। अंक प्रतिशत की जगह क्रेडिट में मिलेगा और रिजल्ट डिवीजन के बदले ग्रेड में अाएगा। राज्य में पटना विवि के बाद टीएमबीयू यह व्यवस्था लागू करने वाला दूसरा विवि है। पटना विवि में पिछले साल इसकी शुरुआत हुई थी। चूंकि पटना विवि का रेगुलेशन ही अभी राजभवन से स्वीकृत है, इसलिए टीएमबीयू उसे ही अपनाएगा।
बैठक में शामिल प्रभारी डीएसडब्ल्यू डाॅ. विजेन्द्र कुमार ने बताया कि आईआरपीएम, ग्रामीण अर्थशास्त्र और गांधी विचार का सिलेबस सीबीसीएस के तहत तैयार नहीं है। इनके पीजी हेड काे संबंधित डीन के माध्यम से सिलेबस तैयार करने काे कहा गया है। शेष विषयाें का सिलेबस रेगुलेशन के अनुसार तैयार है। शनिवार काे हुई बैठक में प्रभारी डीएसडब्ल्यू के साथ सीसीडीसी डाॅ. अतुल चंद्र घाेष, मानविकी के डीन प्राे. उदय मिश्रा, साेशल साइंस के डीन प्राे. संजय झा और काॅमर्स के डीन डाॅ. पवन सिन्हा शामिल हुए।
सीसी, एईसीसी, जीई नाम से हाेंगे पेपर
पहले सेमेस्टर में सीसी 1, सीसी 2, एईसीसी 1, जीई 1, दूसरे सेमेस्टर में सीसी 3, सीसी 4, एईसीसी 2, जीई 2, तीसरे सेमेस्टर में सीसी 5, सीसी 6, सीसी 7, एईसी या एसईसी 1, चाैथे सेमेस्टर में सीसी 8, सीसी 9, सीसी 10, एईसी या एसईसी 2 और जीई 4, पांचवें सेमेस्टर में सीसी 11, सीसी 12, डीएसई 1, डीएसई 2 तथा छठे सेमेस्टर में सीसी 13, सीसी 14, डीएसई 3 व डीएसई 4 पेपर की पढ़ाई हाेगी। जीई यानी जेनरिक इलेक्टिव पेपर में ही एक से ज्यादा संकाय का पेपर चयन करने की सुविधा रहेगी।
ओ ग्रेड आउटस्टैंडिंग, एफ फेल
90-100% अंक पर ओ ग्रेड आउटस्टैंडिंग, 80-89 ए प्लस ग्रेड एक्सीलेंट, 75-79 ए ग्रेड वेरी गुड, 70-74 बी प्लस ग्रेड गुड, 60-69 बी ग्रेड औसत से बेहतर, 55-59 सी ग्रेड औसत, 45-54 पी ग्रेड पास, 45% से कम अंक एफ ग्रेड फेल रिजल्ट माना जाएगा।
हर पेपर में 6 क्रेडिट अंक मिलेंगे
प्रभारी डीएसडब्ल्यू ने बताया कि बिना प्रैक्टिकल वाले विषय के हरेक पेपर में 6 क्रेडिट अंक रहेंगे। प्रैक्टिकल वाले विषय में हरेक पेपर में 4 क्रेडिट अंक सैद्धांतिक और 2 अंक प्रैक्टिकल का हाेगा। एक क्रेडिट 10 घंटे (वर्कलाेड के अनुसार) का हाेगा। कुल 140 क्रेडिट का काेर्स हाेगा। सेमेस्टर एक और दाे में 20-20 क्रेडिट, सेमेस्टर तीन और चार में 26-26 तथा सेमेस्टर पांच व छह में 24-24 क्रेडिट हाेंगे।