भागलपुर। भागलपुर में औद्योगिक विकास की रफ्तार को पंख लगेंगे। प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के तहत बनने वाले मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन के बगल में औद्योगिक इकाईयों की स्थापना की जाएगी। इसके लिए बियाडा को भागलपुर में सौ एकड़ और मुंगेर में 50 एकड़ जमीन खरीदने का लक्ष्य दिया गया है। प्राइवेट लैंड परचेज पालिसी (बियाडा की निजी जमीन खरीद की नीति) 2021 के तहत बियाडा किसानों से जमीन खरीदेगा।बियाडा के विकास पदाधिकारी सह प्रभारी कार्यकारी निदेशक सौम्य वर्मा ने कहा कि मुंगेर और भागलपुर में नए उद्योग लगाने के लिए जमीन खरीदने का निर्देश मुख्यालय की ओर से दिया गया है। दोनों जिलों में प्रस्तावित फोरलेन के किनारे जमीन क्रय करने की कवायद शुरू की गई है। कोई भी व्यक्ति अगर अपनी निजी जमीन बियाडा को बेचना चाहता है, तो वह कार्यालय में संपर्क कर सकता है। कृषि योग्य भूमि के लिए निर्धारित दर या रजिस्ट्री कार्यालय द्वारा निर्धारित एमवीआर से भूमि की कीमत अधिक नहीं होना चाहिए।
बियाडा के प्रभारी कार्यकारी निदेशक ने कहा कि फोरलेन के किनारे औद्योगिक विकास की काफी संभावनाएं हैं। इसी कारण भागलपुर और मुंगेर में जमीन खरीदने की तैयारी शुरू की गई है। इधर, ईस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव आलोक अग्रवाल ने कहा कि सड़क किनारे औद्योगिक इकाईयों की स्थापना होने के दूरगामी परिणाम होंगे। फोरलेन किनारे औद्योगिक इकाईयों की स्थापना होने के बाद रा मैटेरियल सस्ता मिल सकेगा। तैयार माल को बाजार तक पहुंचाना भी आसान रह जाएगा। लागत कम कर ही छोटे उद्यमी बाजार की प्रतिस्पर्धा का सामना कर सकते हैं।
ईस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की मांग है कि स्थानीय उद्यमियों को फोरलेन किनारे उद्यम लगाने के लिए जगह देने में प्राथमिकता दी जाए। फोरलेन किनारे औद्योगिक इकाईयों की स्थापना होने से लाजिस्टिक खर्च में कमी आएगी। औद्योगिक विकास में तेजी लाने के लिए भू स्वामियों को भी बियाडा को जमीन बेचने के लिए आगे आना चाहिए। औद्योगिक इकाई लगने के बाद स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। वहीं, इलाके का भी विकास होगा।