कहलगांव प्रखंड के चार पंचायत के लगभग दो दर्जन ट्रांसफर्मर की बिजली काटे जाने को लेकर एकचारी और भोलसर पंचायत के लोगों का रविवार को गुस्सा फूट गया और ग्रामीणो ने करीब आधा दर्जन स्थानों पर एकचारी–मोहनपुर पथ को जाम कर बिजली विभाग के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि जिन लोगों के पास बिजली का बिल बाकी है उसकी बिजली काटी जानी चाहिए थी। ट्रांसफर्मर से संबंधित सभी उपभोक्ताओं की बिजली काटे जाने का विरोध कर रहे थे।
मालूम हो कि शनिवार को बिजली विभाग के द्वारा एकचारी, भोलसर, महेशामुंडा और जानीडीह पंचायत के लगभग दो दर्जन ट्रांसफर्मर की बिजली काट दी गई थी। जिसको लेकर ग्रामीणों को गर्मी में बिजली पानी के लिए महरूम हो परेशानियों का सामना करना पड़ा। रविवार की सुबह 8 बजे से ग्रामीणों ने एकचारी-मोहनपुर पथ को एकचारी रेलवे स्टेशन के करीब, जहानपुर, चकराजु, भोलसर, एकचारी, एकचारी के कलेश्वरी पोखर और श्रीमठ के पास टायर व बांस बल्ला लगाकर सड़क जाम कर दिया। जाम के कारण आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों का कहना था कि बिजली विभाग के अधिकारी अपनी मनमानी करते हुए बिना कोई पूर्व सूचना के ही हमलोगों की बिजली काट दी जो सरासर गलत है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि हमलोग तब तक जाम नहीं हटाएंगे जब तक हमलोगों की बिजली नहीं बहाल की जायेगी।
जदयू नेता शुभानंद मुकेश और स्थानीय विधायक पवन कुमार यादव की पहल पर लगभग 9 घंटे की जाम के बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने महाप्रबंधक राजस्व पटना से ग्रामीणों की बात फोन पर कराई। जिसमें ग्रामीणो ने भी बकाया बिजली बिल किस्तों में देने की बात कही। लगभग 9 घंटे के जाम के बाद शाम लगभग 5 बजे जाम हटाया जा सका।
इस संदर्भ में सहायक अभियंता दीपक चौधरी ने बताया कि 23 ट्रांसफार्मर का विद्युत विच्छेद किया गया था। जिसमें 18 ट्रांसफार्मर का लाइन को जोड़ दिया गया है। बिजली काटे जाने पर कुछ उपभोक्ता द्वारा पेमेंट भी किया गया। वहीं उन्होंने बताया कि महींसामुंडा और अमापुर के करीब 5 ट्रांसफार्मर का लाइन नहीं जोड़ा जा सका है। उक्त ट्रांसफार्मर से उपभोक्ताओं द्वारा सोमवार को भुगतान किए जाने की बात कही गई है।