उमस और गर्मी में बिजली संकट से आमलोग परेशान हैं। पिछले चार दिनों से शाम होते ही स्टेट सीएलडी से भागलपुर शहर की बिजली आपूर्ति में भारी कटौती शुरू हो रही है। स्थिति यह है कि 85 मेगावाट की जगह महज 40 से 50 मेगावाट बिजली दी जा रही है। गुरुवार को भी यही स्थिति रही। शाम 6.40 बजे के बाद सबौर ग्रिड की आपूर्ति घटाकर 50 मेगावाट कर दी गई। एक दिन पहले भी शाम से आपूर्ति घटाकर 40 मेगावाट कर दी गई थी। बुधवार को देर रात तक बिजली कटौती जारी रही। इसके कारण लोगों की नींद हराम हो गई। बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। स्थानीय बिजली अधिकारियों का कहना है कि आवंटन में कमी हो रही है इसलिए लोडशेडिंग किया जा रहा है।
गुरुवार को स्थिति यह रही कि खपत के अनुपात में 30 से 35 मेगावाट कम मिलने की वजह से घंटों आपूर्ति बाधित रहने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। फीडरवार एक घंटे के रोटेशन पर आपूर्ति की गई। बता दें कि मंगलवार की देर शाम सात बजे 40 मेगावाट कटौती कर 50 मेगावाट आपूर्ति करने से रात डेढ़ बजे तक कई इलाकों में चार घंटे तक बिजली बाधित रही। शहर अंधेरे में डूबा रहा। कटौती की यही स्थिति सोमवार को भी थी। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कटौती की यही स्थिति सोमवार को भी रही थी। रात एक बजे से सुबह छह बजे तक 50 मेगावाट मिलने के कारण फीडरवार जुड़े कई इलाकों में तीन से चार घंटे के लिए आपूर्ति ठप होने से भीषण गर्मी में लोगों को रात जागकर बिताने को मजबूर होना पड़ा। बिजली संकट की वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। नींद पूरी नहीं होने से सुबह उठ नहीं पाने के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं। तिलकामांझी बिजली सबडिवीजन के सहायक अभियंता प्रणव कुमार मिश्रा ने बताया कि ग्रिड से कम बिजली मिल रही है इसलिए सबस्टेशनों के फीडर को रोटेशन पर रखकर बिजली आपूर्ति की जा रही है।