मुंगेर से मिर्जाचाैकी तक फाेरलेन बनने से जिले काे बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इससे नए उद्याेग भी लगेंगे। विकास के साथ निवेश का पहिया भी दौड़ेगा। बियाडा इस फोरलेन के आसपास 100 एकड़ से ज्यादा भूमि की तलाश करेगा। अगले माह से वह इसके लिए किसानों से बात करेगा। बियाडा इस 100 एकड़ के एरिया काे इंडस्ट्रियल क्षेत्र के रूप में विकसित करेगा।
वहां उद्याेग लगाने के लिए बेहतर सुविधाएं देगा ताकि लेदर, टेक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग उद्याेग लगने की संभावनाएं बढ़े। इससे लोगों को रोजगार का अवसर भी मिलेगा। बियाडा के उप महाप्रबंधक सौम्य वर्मा ने बताया कि ग्रीनफील्ड फोरलेन बनने से भागलपुर की कनेक्टिविटी अन्य शहरों और राज्यों के साथ बेहतर हाे जाएगी। इस प्रोजेक्ट के आसपास बियाडा को कम से कम सौ एकड़ भूमि की तलाश है। इसके लिए मार्च में प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सड़क मार्ग का बेहतर होना जरूरी है। सड़क बेहतर हाेने से भागलपुर में लेदर, टेक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग के उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। बियाडा की एक बैठक अगले माह होनी है। इसमें जमीन खाेजने की याेजना काे अंतिम रूप दिया जाएगा। मालूम हाे कि मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन के निर्माण से बिहार और झारखंड के साहिबगंज के बीच रास्ता आसान हाे जाएगा। इससे लॉजिस्टिक कॉस्ट में कमी आयेगी। जिसका निर्माण 5788 करोड़ की लागत से होना है। इसकी लंबाई 124 किलोमीटर की होगी।