भागलपुर रेशम संस्थान में 28 साल बाद फिर से पढ़ाई शुरू होगी। शिक्षक व संसाधनों के अभाव में 1994 में एआईसीटीई ने इसकी मान्यता रद्द कर दी थी। इसके बाद संस्थान में बीटेक की पढ़ाई बंद हो गयी थी। पूर्ववर्ती छात्रों और उद्योग मंत्री के प्रयास से डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत होने जा रही है। पहले चरण में यहां पर टेक्सटाइल के चार ब्रांच की डिप्लोमा डिग्री दी जाएगी। धीरे-धीरे यहां से बीटेक की पढ़ाई भी शुरू की जाएगी। हालांकि पूर्ववर्ती छात्रों की मांग बीटेक कोर्स चलाने की थी। मगर मंगलवार को विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग की ओर से डिप्लोमा कोर्स पर सहमति बन गयी है।
चार कोर्स पर बन सकती है सहमति
सूत्रों की मानें तो पहले चरण में चार ब्रांच टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी, टेक्सटाइल केमेस्ट्री, फैशन टेक्सटाइल और गारमेंट टेक्सटाइल की पढ़ाई शुरू हो सकती है। जुलाई माह से हर ब्रांच के लिए 30 सीटों पर नामांकन की संभावना है। इसको लेकर इसी सप्ताह विभाग की ओर से अंतिम मुहर लग जाएगी। इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। विज्ञान एवं प्रावैद्यिकी विभाग के द्वारा गठित कमेटी को जवाबदेही दी गयी है कि वे वर्तमान समय में बाजार की मांग को देखते हुए कोर्स और सिलेबस की रुपरेखा तैयार करें। वहीं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से अनुमति के लिए प्राचार्य के द्वारा 22 को आवेदन भेजा जाएगा। देश के सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों यहां के पूर्ववर्ती छात्र बड़े पदों पर है। तीन साल पहले हुए पूर्ववर्ती छात्र समागम के मौके पर कोर्स शुरू करने की बात उठी थी।
चार वर्षीय कोर्स की होती थी पढ़ाई
1994 से पहले बिहार रेशम एवं वस्त्र संस्थान में चार वर्षीय बीटेक की पढ़ाई होती थी। 1994 में बीटेक की पढ़ाई बंद होने के बाद यहां दो वर्षीय वोकेशनल कोर्स शुरू किया गया था। हालांकि, फैकल्टी एवं आवश्यक संसाधनों के अभाव में इस कोर्स को भी 2005 में बंद कर दिया गया। बता दें कि इस संस्थान में शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों के कुल 76 सृजित पदों में फिलहाल आठ ही पद भरे हुए हैं।