बीएयू के दीक्षांत समाराेह में कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने विभाग में 9 हजार पदाें पर बहाली की प्रक्रिया जल्द शुरू करने की घाेषणा की। छात्राें काे संबाेधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि उन्हाेंने पहले इसकी याेजना बनाई थी। अब बहाली की फाइल बीपीएससी काे भेज दी गई है। आयाेग ही बहाली करेगा। यह बहाली का पहला चरण है। दूसरे चरण में और पदाें पर भी बहाली की जाएगी। कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार हमेशा से कृषि प्रधान राज्य रहा है और मुख्यमंत्री किसानाें के प्रति काफी गंभीर हैं।
सरकार इनकी आय बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है। अब तक राज्य में 3 कृषि राेड मैप बना। तीनाें में उत्पादन ताे बढ़ा लेकिन बाजार नहीं मिला। इसलिए चाैथे कृषि राेडमैप में बाजार पर फाेकस किया जा रहा है। साथ ही यांत्रीकरण काे भी बढ़ावा दिया जा रहा है। कई देश तकनीक और यांत्रीकरण के दम पर अपने यहां किसानाें की स्थिति बेहतर बना रहे हैं। हमें भी इस पर ध्यान देने की जरूरत है। कृषि राेडमैप में माेटे अनाज और ऑर्गेनिक खेती पर भी फाेकस किया जा रहा है। उन्हाेंने कहा कि जलवायु परिवर्तन बड़ी चुनाैती है और अब छात्राें काे भी रिसर्च के माध्यम से इस चुनाैती से निपटने काे तैयार रहना चाहिए।
बीएयू 27 गांवाें काे लेगा गाेद
बीएयू के वीसी डाॅ. डीआर सिंह ने कहा कि नेशनल एकेडमिक डिपाेजिट्री पर 400 से ज्यादा छात्राें की उपाधियां अपलाेड की गई हैं। यूजीसी के निर्देश पर एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स तैयार किया गया है। मिथिला मखाना काे जीआई टैग मिला है। माेटे अनाज काे बढ़ावा देने के लिए रागी, बाजरा, सांवा, काैनी पर काम किया जा रहा है। वर्ष 2023-24 में केवीके माध्यम से लगभग 950 एकड़ में माेटा अनाज का प्रत्यक्षण करने का लक्ष्य है। वीसी ने कहा कि बीएयू द्वारा 27 गांवाें काे गाेद लिया जाएगा।
विवि में किसानाें के लिए लाइब्रेरी खाेली जाएगी। 27 अप्रैल काे जीआई टैग प्राप्त उत्पादाें से जुड़े किसानाें काे बुलाया जाएगा और उत्पाद काे बढ़ावा देने काे लेकर जरूरी प्रक्रिया की जाएगी। साथ ही राेगजार मेला लगाया जाएगा। हर साल हरेक साइंटिस्ट काे कम से कम एक प्राेजेक्ट तैयार करना हाेगा। इसके लिए विवि वन साइंटिस्ट वन प्राेग्राम तैयार करेगा। साथ ही कृषि व्यवसाय प्रबंधन काॅलेज पटना व कृषि वानिकी और पर्यावरण काॅलेज मुंगेर में आधारभूत संरचना की उपलब्धता हाेते ही पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी।
भुखमरी में भारत 107वें स्थान पर: डॉ. सिंह
आईसीएआर के उप महानिदेशक डाॅ. एके सिंह ने कहा कि हाल ही में आई ग्लाेबल हंगर इंडेक्स 2022 की रिपाेर्ट के अनुसार 121 देशाें की भुखमरी की स्थिति में भारत 107वें स्थान पर है। यह चिंताजनक है। उच्च तकनीकाें काे अपनाने से कृषि में खाद्यान्न का उत्पादन बढ़ा है लेकिन विकासशील देशाें में में कराेड़ाें लाेगाें काे भूखे रहना पड़ रहा है। इसके लिए गहन अध्ययन की जरूरत है। उन्हाेंने कहा कि फसल तैयार हाेने के बाद हाेने वाली क्षति काे राेकना हाेगा। नई तकनीक से जुड़ना हाेगा और निवेशकाें काे आकर्षित करना हाेगा।
फाेन पर व्यस्त दिखे कृषि मंत्री
कुलाधिपति के संबाेधन के दाैरान ज्यादातर समय कृषि मंत्री फाेन पर व्यस्त रहे। यहां तक कि मंत्री की नाैकरी की घाेषणा पर चर्चा करते हुए कुलाधिपति ने उनका नाम लिया और उनकी तरफ घूमे तब भी मंत्री फाेन पर ही व्यस्त रहे।
छात्राओं काे दी पाठ्य सामग्री
बीएयू ने कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय सबाैर काे गाेद लिया है। समाराेह में इसकी छात्राओं काे कुलाधिपति के हाथाें पाठ्य सामग्री दिलवाई गई। छात्राओं काे बैग दिया गया जिसमें कुछ किताबें, स्टेशनरी, टिफिन बाॅक्स, सामान्य ज्ञान कि किताब थी।
इतना ही है, जल्द हाे जाएगा
बारी-बारी से वक्ताओं के संबाेधन के बाद अंत में कुलाधिपति के बाेलने की बारी आई ताे उन्हाेंने लिखे हुए भाषण का पन्ना छात्राें काे दिखाकर कहा- इतना ही है, जल्द हाे जाएगा। मैं चेहरे पढ़ सकता हूं। आप साेच रहे हैं कि यह सब कब खत्म हाेगा। मैं ज्यादा समय नहीं लूंगा। कुलाधिपति ने छात्राें काे डिग्री और शाेध का महत्व समझाते हुए कभी गाेवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनाेहर पर्रीकर व अपनी मित्रता की चर्चा की ताे कभी तबला वादक अल्लारखा खां की कहानी सुनाई।
लाेगो के लिए छात्र हाेगा पुरस्कृत
बीएयू वीसी की साेच वर्क इज वर्शिप, वर्क विद स्माइल पर लाेगाे बनाने के लिए छात्र हर्ष कुमार काे सम्मानित करेगा। इसका लाेकार्पण कुलाधिपति से कराया गया। कुलाधिपति से बीएसू के शिक्षकाें की लिखी विभिन्न पुस्तकाें का भी लाेकार्पण कराया गया।