भागलपुर। स्मार्ट सिटी परियोजना से गंगा किनारे प्रस्तावित रिवर फ्रंट का निर्माण जल्द शुरू होगा। करीब सात माह पूर्व मई में वन विभाग ने निर्माण कार्य रोक दिया था। क्योंकि कंपनी बगैर इजाजत लिए ही गंगा किनारे पक्का निर्माण कार्य कर रहा था। अब वन एवं पर्यावरण विभाग ने इसकी मंजूरी दे दी है।
डीएफओ भरत चिंतापल्ली ने बताया कि स्मार्ट सिटी लिमिटेड को वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत शर्तों के साथ निर्माण शुरू करने की इजाजत दी गई है। एजेंसी को सिर्फ नदी किनारे के ऊपर सूखे जगहों पर पक्का निर्माण की इजाजत दी गई है। एजेंसी गंगा में कोई निर्माण कार्य नहीं कर सकती है। उन्होंने बताया कि गंगा के तटवर्ती क्षेत्र में पक्का निर्माण के लिए वन एवं पर्यावरण विभाग की अनुमति अनिवार्य है, क्योंकि नदी की धारा में डॉल्फिन विचरण करती है। पक्का निर्माण से जलजीव को खतरा हो सकता है। इन सभी तकनीकी पहलू को लेकर वन विभाग की अनुमति अनिवार्य है। बता दें कि स्मार्ट सिटी की ओर से बगैर अनुमति मिले ही काम कराया जा रहा था। स्मार्ट सिटी ने सिर्फ 24 अप्रैल को आवेदन देकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली थी। इसी बात को लेकर वन विभाग ने काम रुकवा दिया था।
निर्माण एजेंसी ने लगाया हॉट मिक्स प्लांट
वाइल्ड लाइफ क्लियरेंस मिलने के बाद निर्माण एजेंसी वत्सल कंस्ट्रक्शन ने साइट पर हॉट मिक्स प्लांट लगा दिया है। गिट्टी और बालू का स्टॉक भी किया जा रहा है। एजेंसी के साइट मैनेजर ने बताया कि करीब 400 मीटर तक अधूरी चारदीवारी, घाट पर रिटर्निंग वाल व पाइलिंग का कार्य फिर से शुरू किया जाएगा। वन विभाग की कार्रवाई के बाद निर्माण कार्य से जुड़े सभी प्लांट बंद हो गए थे। अब थोड़ी दूर हटकर करीब दो बीघा एरिया में प्लांट लगाया गया है। जहां से 1.100 किमी लंबे रिवर फ्रंट का निर्माण किया जाएगा। बता दें कि रिवर फ्रंट के निर्माण पर करीब 102 करोड़ खर्च होंगे।