भागलपुर होकर गंगा नदी से गुजरने वाले राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-1 से जल परिवहन के संचालन के लिए छह जगहों पर कार्गो जहाज का टर्मिनल बनाया जाएगा। गंगा किनारे चार जगह पर कम्युनिटी जेटी आरओ टर्मिनल बनाया जाएगा। जबकि दो जगहों पर रोल ऑन-रॉल ऑफ टर्मिनल बनाया जाएगा। इसके लिए स्थल चयन करने से लेकर टर्मिनल पर उपलब्ध होने वाली सारी सुविधाएं बहाल करने के लिए तीन एसडीओ को प्राधिकृत किया गया है। भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) की मांग पर अपर समाहर्ता ने जिले के तीनों एसडीओ को संसाधन तैयार करने के लिए पत्र लिखा है।
जानकारी के मुताबिक जिले के बटेश्वर स्थान, कहलगांव, तीनटंगा व सुल्तानगंज में कम्युनिटी जेटी आरओ टर्मिनल बनाया जाएगा। जबकि कहलगांव व तीनटंगा में रोल ऑन-रॉल ऑफ (आरओ-आरओ) टर्मिनल बनेगा। आरओ-आरओ टर्मिनल पर रैंप जैसी सुविधा होती है। जिससे भारी वाहनों को रैंप के सहारे सीधे कार्गो जहाज तक पहुंचाया जाता है। टर्मिनल तक पहुंचने के लिए संपर्क पथ की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा टर्मिनल पर वेटिंग रूम, टॉयलेट, टिकट घर आदि बनाया जाएगा।
एक साल पहले मंत्रालय ने मांगा था जमीन का प्रस्ताव
अधिकारियों ने बताया कि हल्दिया से इलाहाबाद राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-1 है। कार्गो जहाज के लिए बरारी घाट से विक्रमशिला सेतु के सामांतर उत्तर की तरफ जलमार्ग बनाया जाएगा। जहाज के गुजरने के लिए नदी पेटी में ढाई मीटर गहराई के लिए 40 मीटर की चौड़ाई वाले क्षेत्र की जरूरत है। इसके लिए सीनियर हाइड्रोग्राफी सर्वेयर डीपी सिंह और उनके सहायक अनुपम सिन्हा के अलावा 22 क्रू मेंबर ने चिह्नित रूट में आधे से अधिक हिस्सों का सर्वे किया था। आईडब्ल्यूएआई, साहेबगंज के उपनिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि गंगा नदी से गुजरने वाले 1680 किलोमीटर लंबे प्रयागराज-हल्दिया जलमार्ग को जल मार्ग विकास परियोजना (जेएमवीपी) के तहत भारत में राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-1 का दर्जा दिया गया है। मंत्रालय ने भागलपुर में जेटी सेवा शुरू करने के लिए प्रस्ताव मांगा था।
जेटी टर्मिनल से विक्रमशिला पुल और एनएच 80 पर ट्रैफिक लोड घटेगा
एडीएम राजेश झा राजा ने बताया कि भागलपुर में कम्युनिटी जेटी बनने से छोटे-बड़े जहाज का ठहराव हो सकेगा। साथ ही फेरी सेवा के अलावा माल की ढुलाई भी होगी। कम्युनिटी जेटी से भागलपुर से नवगछिया, कहलगांव से लेकर सुल्तानगंज और गंगा के दूसरे पार भी लोग आ-जा सकेंगे। यहां से 200 टन क्षमता वाले जहाज चल सकेंगे।
इस पर 200 लोग सवार हो सकते हैं। साथ ही ट्रक, चारपहिया वाहन के साथ बाइक भी लोड की जा सकती है। इसके लिए पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने कम्युनिटी जेटी के लिए बिहार सरकार से जमीन चिह्नित कर प्रस्ताव अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण से मांगा था। जेटी टर्मिनल बनने से विक्रमशिला पुल और एनएच 80 पर ट्रैफिक लोड घटेगा।