जिले के बच्चों और गर्भवती की सुरक्षा को लेकर मिशन इंद्रधनुष चलेगा। अभियान तीन चरणों में चलेगा। जिला प्रशासन ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष अभियान 7 मार्च से शुरू हो गया है। मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण अभियान का अवलोकन डीएम सुब्रत कुमार सेन ने किया। इंद्रधनुष अभियान 7 मार्च से 13 मार्च तक चलेगा। जिसमें 0-2 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो, टीवी, डिप्थीरिया, निमोनिया, टेटनस , काली खांसी, हेपेटाइटिस बी, डायरिया, खसरा जैसे गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए व गर्भवती महिलाओं को टेटनस से बचाने के लिए टीका लगेगा।
तीन चरणों में चलेगा अभियान
जिले में 95 प्रतिशत कंप्लीट इम्यूनिटी प्राप्त करने के लिए सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 3 चक्रों में पूरा होगा। जिसका पहला चरण 7 मार्च से 13 मार्च तक, दूसरा चरण 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक, एवं तीसरा चरण 2 मई से 8 मई तक चलेगा। जिले में 486 सत्रों का आयोजन किया गया है। जिसमें 6834 बच्चों व 1200 गर्भवती महिलाओं को टीका दिया जाएगा।
546 एएनएम, 1593 आशा व 1403 सेविका हुईं है प्रशिक्षित
अभियान को सफल बनाने के लिए जिले में 546 एएनएम, 1593 आशा व 1403 आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। लाधिकारी ने सभी आमजनों से अपील की है कि मिशन इंद्रधनुष अभियान के तहत जन्म से 2 वर्ष तक के सभी बच्चे और गर्भवती महिलाएं टीकाकरण अवश्य कराएं।