भोलानाथ पुल के ऊपर रेल ओवरब्रिज निर्माण (आरओबी) के लिए राज्य पुल निर्माण निगम के अभियंताओं ने शुक्रवार से जमीन की नापी शुरू की। पुल निगम के दो कनीय अभियंता प्रशासन से मिले अमीन सतीश रावत के साथ पहले शीतला स्थान चौक से त्रिमूर्ति चौक तक का जायजा लिया। फिर भोलानाथ पुल के पास से ही नापी शुरू की। यहां नक्शा के मुताबिक पहले सरकारी जमीन ढूंढी गई। यहां सड़क के दोनों ओर नाला होने से नापी दल को थोड़ी दिक्कत हुई। करीब 200 मीटर नापी हो गई है। अमीन ने बताया कि शनिवार को भी अभियंता के साथ नापी की जानी है। दो-चार दिन में पूरी सरकारी जमीन की जानकारी मिल जाएगी।
पुल निगम के अभियंताओं ने बताया कि अभी प्रोजेक्ट के मुताबिक जमीन की मांग को दूर करने के लिए पहले सरकारी जमीन ढूंढी जाएगी। प्रोजेक्ट के मुताबिक यदि उपलब्ध सरकारी जमीन से ही जरूरत पूरी हो जाएगी। तब निजी लोगों की जमीन का अधिग्रहण नहीं किया जाएगा लेकिन यदि प्रोजेक्ट के मुताबिक ज्यादा जमीन की आवश्यकता होती है तो सड़क के दोनों ओर बसे रैयतों के नाम, उनके स्वामित्व की प्रतिशतता, दुकान-मकान आदि हुई तो उसका डिटेल अलग से बनेगा, ताकि उसी हिसाब से भू-अर्जन किया जा सकेगा। बता दें कि अप्रैल में मंत्रीमंडल ने इस ओवरब्रिज के निर्माण के लिए 117.90 करोड़ के बजट को स्वीकृति दी थी, जिसे लेकर करीब 80 करोड़ की लागत से 1.10 किलोमीटर लंबे पुल निर्माण के लिए बुधवार को निविदा आमंत्रित की गई।