बेगूसराय, माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट – नवाचारी शिक्षाशास्त्र में वीडियो अपलोडिंग में बेगूसराय स्टेट टॉपर बना। 19 दिसंबर को एससीईआरटी पटना द्वारा जारी जिलावार रैकिंग में बेगूसराय ने 7464 वीडियो अपलोड किया। जबकि दूसरे नंबर पर गया 6805, भोजपुर 5068, कटिहार 4870 व वैशाली जिले ने 4355 वीडियो अपलोड कर पांचवें स्थान पर रहा। 33 वीडियो अपलोड कर खगड़िया जिला सबसे निचले स्थान पर रहा।
समग्र शिक्षा अभियान के डीपीओ मो. जमाल मुस्तफा ने बताया कि डीएम रोशन कुशवाहा के नेतृत्व व डीईओ शर्मिला राय के सफल निर्देशन पर वीडियो अपलोडिंग में स्टेट टॉपर बनना जिले के शिक्षा विभाग की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। जिले के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बिहार राज्य में सबसे अधिक वीडियो अपलोड कर प्रथम स्थान प्राप्त कर दिखाया है कि यह सामूहिक प्रयास का ही प्रतिफल है। स्टेट टॉपर बनने पर स्थापना डीपीओ रविंद्र साहु, पीएम पोषण योजना के डीपीओ चंदन कुमार, आर्यभट्ट के निदेशक अशोक कुमार सिंह अमर, सेंटजोसेफ पब्लिक स्कूल के निदेशक अभिषेक कुमार सिंह, विकास विद्यालय के निदेशक राजकिशोर सिंह, देशरत्न पब्लिक स्कूल के निदेशक एनके झा आदि ने डीएम, डीईओ व एसएसए के डीपीओ को बधाई दी है।
आने वाले दिनों में शिक्षा के क्षेत्र में नजीर पेश करेगा जिला
डीपीओ ने बताया कि चार महीनों में बेगूसराय प्रत्येक कार्यक्रमों में अपना उदाहरण प्रस्तुत किया है। इंस्पायर अवार्ड में पांचर्वा, राष्ट्रीय मेधा सह आय छात्रवृत्ति योजना में दूसरा, बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी में सातवां स्थान आया। इसी प्रकार तरंग मेधा उत्सव का विद्यालय स्तर से जिला स्तर तक के सफल आयोजन में भी शिक्षकों की भूमिका सराहनीय रही। चहक प्रशिक्षण की सफलता, कला उत्सव का आयोजन, फिजिकल शिक्षक के द्वारा तरंग स्पोर्ट्स और खेल से संबंधित अन्य कार्यक्रमों का सफल आयोजन इसके अतिरिक्त राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस का सफल आयोजन और आईआईटी पटना में 7-12 वर्ग कक्षाओं के विद्यार्थियों द्वारा 15 दिवसीय आवासीय कार्यशाला में सफल भागीदारी आदि इस बात को प्रमाणित करता है कि आने वाले समय में शिक्षा क्षेत्र में बेगूसराय एक अलग नजीर पेश करेगा।
बिहार स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए 31 दिसंबर तक करें सबमिट
डीपीओ ने बताया कि बिहार स्वच्छ विद्यालय पुरुस्कार जिसका मुख्य उद्देश्य स्वच्छ और सुंदर वातावरण निर्माण करना जिसमें पंजीकरण और प्रविष्टि की अंतिम तिथि 31 दिसंबर तक निर्धारित है। जिसमें बेगूसराय जिला अंर्तगत राज्य सूची के अनुसार 19 दिसंबर तक अपडेट रिपोर्ट के अनुसार 1547 के विरुद्ध 1082 के द्वारा पंजीकरण और मात्र 342 के द्वारा अंतिम रूप से सबमिट किया गया है। जबकि शत- प्रतिशत विद्यालय के द्वारा पंजीकरण और सबमिट किया जाना है।
कंपोजिट ग्रांट की राशि खर्च करेंगे तो स्टेट लेवल पर दहाई अंकों में होंगे पुरस्कार
कंपोजिट ग्रांट की राशि सभी विद्यालयों में उपलब्ध है। इसमें खर्च की रफ्तार धीमी है। जबकि उक्त राशि विद्यालय स्वच्छ पुरुस्कार के सात इंडिकेटर में 50 प्रश्न की प्रविष्टि में सहायक सिद्ध होगा। अर्थात विद्यालय का रंग रोगन , साफ सफाई, पेय जल, ब्लैकबोर्ड, ऑफिस डिस्प्ले बोर्ड, शौचालय मरम्मत, टीएलएम या अन्य उपस्कर आदि में बेहतर सदोपयोग किया जा सकता है। बिहार स्वच्छ विद्यालय पुरुस्कार में विगत वर्ष राज्य स्तर पर पुरस्कृत 26 विद्यालयों में तीन विद्यालय बेगूसराय जिले के थे। उन्हें विश्वास है कि इतिहास को दोहराते हुए जिले के विद्यालय दहाई डिजिट में पुरस्कृत होंगे व शत- प्रतिशत विद्यालय का रेटिंग बेहतर होगा यदि विकास मद के कंपोजिट ग्रांट की राशि का सही उपयोग हो।