भागलपुर। भीखनपुर से तीन नंबर गुमटी के बीच पांच और छह दिसंबर को भारी संख्या में पुलिस बल के साथ रेल अधिकारियों ने अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया। ट्रैक किनारे रेलवे की अतिक्रमित जमीन को मुक्त करने के लिए बुलडोजर चलाए गए, लेकिन 23 दिन बाद ही उस जगह फिर से अतिक्रमणकारियों ने डेरा जमा लिया। उस जगह से 125 ज्यादा झोपड़ियां हटाई गईं थीं। फिर से खूंटे गाड़े जाने लगे। इसके अलावा भीखनपुर के अन्य रेल क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने का काम शुरू होना था, इस पर आगे की कार्रवाई नहीं बढ़ी। ये कार्रवाइयां रेलवे विस्तारीकरण के लिए की जा रही थी।
रेलवे विस्तारीकरण के लिए चार किलोमीटर के दायरे में अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया है। इस क्षेत्र में इशाकचक के भीखनपुर गुमटी नंबर एक से छोटी लाइन हवाई अड्डा तक का दायरा है। इस बीच एक हजार से ज्यादा लोग रेलवे की जमीन पर अवैध तरीके से बसे हुए हैं। सामान्य तरीके से उन लोगों को कई बार अतिक्रमण हटाने को कहा गया, बावजूद जब वे लोग नहीं हटे। इसके बाद उन लोगों को नोटिस देकर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई। तब उन लोगों ने रेलवे की टीम के सामने खुद भी कई स्थानों अतिक्रमण हटाना शुरू किया, लेकिन स्थिति फिर वही हो रही है। खाली कराई जगह पर रेलवे का शंटिंग यार्ड, वाशिंग पिट, क्वार्टर बनाए जाने हैं। इससे रेलवे के विस्तारीकरण में काफी मदद मिलेगी। शंटिंग यार्ड बन जाने से रेलवे को ट्रेनों को खड़ा करने में दिक्कत नहीं होगी। जब भागलपुर में ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी तो उन्हें रखने के लिए भी जगह कम पड़ेगी। इस वजह जगह निकाली जा रही है।