प्रस्तावित केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए केंद्रीय टीम के निर्देश के आलोक में मलकपुर और अंतिचक मौजा की 205 एकड़ जमीन का चयन कर लिया गया है। अंचलाधिकारी रामावतार यादव ने बताया कि प्राचीन विक्रमशिला विश्वविद्यालय की धरोहर से सटे मलकपुर और अंतिचक मौजा की 205.49 एकड़ जमीन का चयन कर लिया गया है। जिसका नजरी नक्शाा बनाकर तैयार कर लिया गया है। अंतिचक मौजा में 116 एकड़ तथा मलकपुर मौजा में 89 एकड़ जमीन का चयन किया गया है।
अंचलाधिकारी ने बताया कि चयन किए गए उक्त भूभाग में एक भी घर नहीं आता है। वहीं उन्होंने बताया कि प्रस्तावित स्थल पर करीब एक हजार पेड़ हैं। अंचलाधिकारी ने बताया कि केंद्रीय टीम ने निर्देश दिया है कि पर्यावरण के ख्याल से पेड़ को काटा नहीं जाएगा। केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में रहेगा।
वहीं बुधवार को कहलगांव पहुंचे जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि विक्रमशिला के चयनित जमीन का उन्हें निरीक्षण करना था लेकिन समय के अभाव के चलते नहीं देख पाए। जल्द ही उक्त चयनित स्थल को देखेंगे।
मालूम हो कि जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में परशुरामचक गांव के निकट एकडारा परशुरामचक मौजा की जमीन का चयन कर प्रस्ताव भेजा गया था। करीब एक साल पूर्व जांच करने पहुंची केंद्रीय टीम ने उक्त भूभाग को बाढ़ ग्रस्त और प्राचीन विक्रमशिला विश्वविद्यालय से काफी दूर होने की वजह से नकार दिया था। केंद्रीय टीम ने तत्कालीन एसडीओ अंचलाधिकारी को प्राचीन विक्रमशिला विश्वविद्यालय के समीप अंतीचक और मलकपुर मौजे की भूमि अधिग्रहण का निर्देश दिया था।