भागलपुर। टीएनबी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य के मामले को उलझते देख डीएसडब्ल्यू डॉ. योगेन्द्र ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं दूसरी ओर कमेटी ने टीएनबी मामले में बैठक की। टीएनबी मामले में कुलपति के निर्देश पर बुधवार को पांच लोगों की कमेटी बना दी गई थी। जिसके एक सदस्य डीएसडब्ल्यू डा. योगेन्द्र को बनाया गया था। लेकिन गुरुवार को डॉ. योगेन्द्र छुट्टी पर चले गये थे। सूत्रों ने बताया कि डॉ. योगेन्द्र ने डीएसडब्ल्यू के पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि कुलपति के निर्देश पर सिंडिकेट में राज्यपाल के प्रतिनिधि डॉ. रूबी कुमारी के नेतृत्व में बैठक में इस मामले पर चर्चा हुई। बाहर गये एक अन्य सदस्य को बुलाकर बैठक की गई। इस बैठक के बाद किसी तीसरे विकल्प की बात सामने आ रही है। इस बारे में कमेटी की संयोजक डॉ. रूबी कुमारी ने कहा कि शुक्रवार को इस बारे में निर्णय होगा तब जानकारी दी जायेगी।
सूत्रों ने बताया कि डा. अर्चना साह जब धरने पर बैठी थीं तो डॉ. योगेंद्र ने उन्हें आश्वासन दिया था कि कुलपति से बात हुई है और दो दिनों में निर्णय हो जायेगा। वहीं डीएसडब्ल्यू का मानना था कि वरीयता को प्राथमिकता देना चाहिये और डॉ. अर्चना सीनियर हैं। लेकिन कुलपति के आने के बाद कमेटी बनना और इस मामले में किसी अन्य विकल्प की चर्चा की भनक लगते ही डॉ.योगेन्द्र ने इस्तीफा दे दिया है। डॉ. योगेन्द्र ने इस्तीफे वाले मामले पर पूछने पर कुछ भी कहने से इंकार किया। उन्होंने डॉ. अर्चना को इसके लिये भरोसा भी दिया था। जिसके कारण वह धरना से उठीं। वहीं अर्चना साह के धरने में शामिल टीएनबी कॉलेज के तीन शिक्षकों को शोकॉज किया गया है।