प्रधान सचिव ने भागलपुर जिले के विभिन्न शहरों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें सफाई बिलकुल भी संतोषजनक नहीं लगी। नाराज सचिव ने नगर आयुक्त का वेतन रोक दिया है और उनसे स्पष्टीकरण मांगा है।
नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने बुधवार को भागलपुर के अलग-अलग हिस्से में सफाई का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सफाई कतई संतोषजनक नहीं कही जा सकती है। प्रधान सचिव ने सफाई की स्थिति पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए नगर आयुक्त प्रफुल चंद्र यादव का वेतन स्थगित कर दिया है और उनसे इसपर स्पष्टीकरण देने को भी कहा गया है।
न्होंने बताया कि इससे पहले भी कई बार सफाई की स्थिति में सुधार लाने का निर्देश दिया गया है, लेकिन इस मामले में शिथिलता बरती गई। यही कारण है कि सफाई की स्थिति अच्छी नहीं है। प्रधान सचिव ने कहा कि सफाई के लिए कुछ आधुनिक संसाधनों और उपकरणों की जरूरत बतायी गई है। बिहार सरकार इसके लिए सकारात्मक पहल करेगी और जो भी जरूरत होगी, उसे पूरा किया जाएगा। लेकिन सफाई गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए।
प्रधान सचिव ने कहा कि सफाई और नगर निगम की अन्य सुविधाओं को देखने के लिए ही उन्होंने औचक निरीक्षण किया। योजना बनाकर आने पर सच्चाई कई बार नजर के सामने नहीं आ पाती है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि समीक्षा के क्रम में ये बातें सामने आई कि शहर में चल रही जलापूर्ति और एसटीपी योजना के कारण कई सड़कों को काटा गया है। इस वजह से भी सफाई की स्थिति बिगड़ी है, लेकिन उन सड़कों का यथाशीघ्र रिस्टोरेशन करने का निर्देश दिया गया है।