भागलपुर और पूर्णिया में हवाई अड्डा विकसित करने और हवाई सेवा शुरू करने का मुद्दा इस बार बिहार विधान परिषद के सदस्य सैयद शाहनवाज हुसैन ने उठाया। उन्हाेंने मंगलवार को ध्यानाकर्षण के दाैरान प्रश्न उठाया। इस दाैरान उन्हाेंने कहा कि हर कमिश्नरी में जहां जमीन उपलब्ध हाे सकती है, वहां एयरपाेर्ट बनाने के लिए जमीन उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि सरकार जमीन उपलब्ध कराती है, केंद्र सरकार एयरपाेर्ट बनाती है। इसलिए बिहार सरकार जमीन उपलब्ध कराए, केंद्र सरकार एयरपाेर्ट बनाएगी। अगर जमीन देने के बाद भी केंद्र सरकार एयरपाेर्ट नहीं बनाती है ताे तब हमलाेगाें काे ब्लेम करें।
उन्होंने कहा कि रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम उड़ान में भागलपुर और पूर्णिया शामिल है। लेकिन इसके लिए राज्य सरकार अपेक्षित कार्रवाई नहीं कर रही है। भागलपुर में हवाई सेवा की मांग के लिए लगातार आंदाेलन चल रहे हैं। इसके जवाब में बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चाैधरी ने कहा कि उड़ान के तहत बिहार के विभिन्न मार्गाें पर एयर कनेक्टिविटी की पहल की जा रही है। पूर्णिया में 52.18 एकड़ जमीन अधिग्रहण कर लिया गया है।
अब एयरपाेर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से नागर विमानन मंत्रालय काे जमीन लेकर वहां काम शुरू करना है। इसके लिए मुख्य सचिव के स्तर से पांच बार पत्राचार किया जा चुका है। लेकिन आठ माह बीत जाने के बाद भी अब तक काम शुरू नहीं किया गया है। वहीं भागलपुर और पूर्णिया के लिए किसी भी विमान कंपनी ने बिड नहीं डाला है। उन्होंने कहा कि भागलपुर में गोशाला की जमीन है या और भी जमीन है जो एयरपोर्ट के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी को सौपी जा सकती है।
राज्य के विकास के लिए एयर कनेक्टिविटी है बहुत जरूरी
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राज्य के विकास के लिए एयर कनेक्टिविटी बहुत जरूरी है। लेकिन बिहार में यह बेहत कमजाेर है। जबकि यहां की आबादी 13-14 कराेड़ है। बिहार के लाेग सबसे अधिक बाहर रहते हैं। केरल की आबादी महज चार कराेड़ है। लेकिन वहां एयर कनेक्टिविटी बेहतर है। हाेली, दीपावली, ईद पर सबसे अधिक लाेग बिहार आते हैं। इसलिए यहां के लाेगाें का अधिकार है कि उनलाेगाें काे हवाई सेवा की सुविधा मिले। इस पर मंत्री ने कहा कि केरल की आबादी कम भले है, लेकिन वहां का क्षेत्रफल ज्यादा है। जबकि बिहार में कम है। हालांकि भागलपुर, पूर्णिया समेत अन्य जिलाें में एयर कनेक्टिविटी हाे, इस पर मंत्री ने भी अपनी सहमति जताई।