कटिहार के कन्या मध्य विद्यालय, मनिहारी की विज्ञान शिक्षिका अर्चना कुमारी केंद्रीय सूचना आयोग में द्वितीय अपील वाद जीतने वाली भारत की पहली महिला बनीं। उनके नामों पर कई यू ट्यूब चैनलों ने प्रश्न बनाए हैं, तो वहीं कोरोना काल में खुद सिलाई मशीन से तैयार कर 5 लाख से अधिक मास्क को निःशुल्क जरूरतमंदों के बीच घर-घर जाकर वितरित किए हैं। शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान के कारण उन्हें इंटरनेशनल लीडर्स एंड एचीवर्स अवार्ड संस्था द्वारा आउटस्टैंडिंग कांट्रीब्यूशन इन द फील्ड ऑफ एजुकेशन अवॉर्ड 2022 और इंटरनेशनल आइकॉन अवॉर्ड 2022 से भी नवाजा गया है।
मनिहारी नवाबगंज की रहने वाली अर्चना का नाम कई वर्ल्ड रिकॉर्ड और नेशनल रिकॉर्ड में दर्ज है। उनके नाम कई रिकॉर्ड हालिया प्रकाशित लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स 2020-2021 संस्करण में दर्ज है। अर्चना कुमारी की शिक्षा-दीक्षा विज्ञान स्नातक, इतिहास और ग्रामीण प्रबंधन में स्नातकोत्तर तथा डीएलएड है।
बिहार की पहली महिला ग्राम कचहरी सचिव बनीं अर्चना
लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स सहित वर्ल्ड रिकार्ड्स इंडिया, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, मार्वलस वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, असिस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, इंडियन टैलेंट सिंगापुर इत्यादि में उनके नाम दर्ज हैं, तो किलकारी अवार्ड, वर्ल्ड आइकोनिक यंग टीचर्स अवार्ड आदि भी मिले है। आल इंडिया रेडियो के कार्यक्रम पब्लिक स्पीक में उनकी भागीदारी रही है। वे भारत के सबसे युवा महिला ग्राम कचहरी सचिव सहित बिहार की पहली महिला ग्राम कचहरी सचिव भी रही हैं।
अबूझ चित्र लिपि पर कर रहीं रिसर्च
सिंधु घाटी सभ्यता से प्राप्त अबूझ चित्र लिपि के पठन को लेकर वे अभी रिसर्च कर रही हैं। बाल विवाह और दहेज प्रथा उन्मूलन को लेकर छात्र, उनके अभिभावक और सहकर्मियों को जागरूक करते रहना उनकी आदतों में शुमार है। विद्यालय की ओर से छात्राओं के गाइड के रूप में कई बार विज्ञान प्रदर्शनियों यानी विज्ञान मेला में सफल भागीदारिता निभाई है। दूसरी ओर शिक्षिका अर्चना विज्ञान विषय के अतिरिक्त छात्रों और छात्राओं को विज्ञान पहेली, वर्ग पहेली और शब्द पहेली भी सिखाती हैं।