काेराेनाकाल के बाद से जिले में बाढ़-कटाव राेकने की दिशा में पहल नहीं हाे पा रही थी। लेकिन अब करीब तीन साल बाद इस दिशा में पहल की जा रही है। खासकर, समाधान यात्रा के दाैरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अफसराें के साथ शनिवार काे बैठक की और काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही अब इस काम में तेजी आ गई है। रंगरा के जहांगीरपुर बैसी में 4.87 कराेड़ की लागत से कटाव राेकने का काम हाेगा। इसके लिए साेमवार काे लाॅटरी के जरिए निर्माण एजेंसी का चयन किया जाएगा। तीन एजेंसी ने टेंडर डाला है।
साथ ही भागलपुर इंजीनियरिंग काॅलेज की सुरक्षा के लिए 64.66 लाख की लागत से कटाव निराेधी कार्य शुरू हाे गया है। 12.37 कराेड़ से सबाैर के इंग्लिश गांव की सुरक्षा काे गंगा के दाएं किनारे पर कटावनिराेधी काम हाेगा। 5.30 कराेड़ से इंग्लिश में गंगा के दाएं किनारे पर कटाव निराेधी काम हाेगा। इसके अलावा गाेपालपुर, रंगरा, खरीक और इस्माइलपुर प्रखंड में भी कटाव निराेधी काम के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि इस माह के अंत तक सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और जून के पहले तक सभी जगहाें पर काम पूरा हाे जाएगा।
बाढ़ और कटाव की वजह से इन इलाके के लाेगाें काे हाेती रही है परेशानी
1. इंजीनियरिंग काॅलेज : कक्षाएं हाेती हैं बाधित, हाॅस्टल करना पड़ता है खाली
बाढ़ का पानी हर साल भागलपुर इंजीनियर काॅलेज परिसर में भी घुसता है। इस दाैरान वहां हाॅस्टल खाली करा दिया जाता है। कक्षाएं भी बाधित हाेती हैं। कैंपस में पानी भरने से शिक्षक, छात्र अाैर कर्मचारियाें काे परेशानी होती है।
2. सबाैर : 20 हजार की आबादी हर साल हाेती है बाढ़ से प्रभावित, स्कूल गंगा में समाया
सबौर के इंग्लिश गांव में बाढ़ के दाैरान लाेग एनएच, प्रखंड कार्यालय, हाईस्कूल मैदान में शरण लेने काे विवश रहते हैं। कटाव पीड़ित अपने रिश्तेदार के यहां रहते हैं। बीते दो वर्ष में प्राथमिक विद्यालय, पुलिया, पीसीसी सड़क व जलमीनार गंगा में समा चुके हैं।
3. जहांगीरपुर बैसी : तीन दर्जन से अधिक घर कोसी में विलीन हो गए
रंगरा चाैक के जहांगीरपुर बैसी गांव के लाेगाें काे पिछले साल भीषण कटाव का सामने करना पड़ा। तीन दर्जन से अधिक घर कटकर काेसी नदी में समा गए। कई लाेग अपने घराें ताे खुद ताेड़ने काे विवश थे।
15 मई तक काम हाेगा पूरा
भागलपुर इंजीनियरिंग काॅलेज में 135 मीटर में कटाव निराेधी काम शुरू हाे गया है। इसे 15 मई तक पूरा करना है। जबकि सबाैर के इंग्लिश से फरका स्कूल के बीच तक 1240 मीटर में कटाव राेकने का काम शुरू करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। इस काम काे भी 15 मई तक पूरा करने की समय सीमा है। -आदित्य प्रकाश, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, भागलपुर
आज लाॅटरी से एजेंसी का चयन
रंगरा के जहांगीर बैसी में कटाव राेकने के लिए 4.87 कराेड़ की लागत से टेंडर निकाला गया है। तीन ठेकेदार ने टेंडर डाला था। साेमवार काे लाॅटरी के जरिए टेंडर खुलेगा। फिर चयनित ठेकेदार काम शुरू करेगा और बरसात के पहले तक काम काे पूरा कर लिया जाएगा। -दिनेश कुमार, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, नवगछिया
जानिये, बाढ़-कटाव से बचाव को गंगा व काेसी नदी के किनारे हाेनेवाले काम
4.87 कराेड़ से रंगरा के जहांगीरपुर बैसी के पास काेसी नदी से कटाव निराेधी कार्य।
1.42 कराेड़ से खरीक में काेसी नदी के बांये किनारे स्थित रतनपुरा व मैरचा गांव में काम।
58.82 लाख से खरीक में काेसी नदी के बांये किनारे पर लाेकमानपुर में।
1.78 कराेड़ से खरीक के काेजीकाैरिया, राघाेपुर मार्जिनल बांध की मजबूतीकरण।
1.21 कराेड़ से इस्माइलपुर बिंदटाेली तटबंध के स्पर-1 में काम।
1.80 कराेड़ से इस्माइलपुर बिंदटाेली तटबंध के स्पर 5 से 9 के बीच कार्य।
64.66 लाख से भागलपुर इंजीनियरिंग काॅलेज की सुरक्षा।
12.37 कराेड़ से इंग्लिश गांव की सुरक्षा काे गंगा के किनारे पर काम।
5.30 कराेड़ रुपए की लागत से सबाैर के इंग्लिश गांव में गंगा के दाएं किनारे पर काम।